Swati Maliwal Assault case: बिभव कुमार को 4 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा गया, 18 मई को हुई थी गिरफ्तारी

Swati Maliwal Assault case
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Swati Maliwal Assault case:दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने शुक्रवार को बिभव कुमार को 28 मई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
Swati Maliwal assault case:आप सांसद स्वाति मालीवाल से मारपीट मामले में मुख्यमंत्री केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार को तीस हजारी कोर्ट ने  शुक्रवार(24 मई ) को  28 मई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

Swati Maliwal assault case:आम आदमी पार्टी (AAP) सांसद स्वाति मालीवाल से मारपीट मामले में शुक्रवार शुक्रवार (24 मई ) को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में सुनवाई हुई। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने बिभव कुमार को 28 मई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बिभव कुमार को 18 मई को स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट करने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। कुमार को उसी दिन देर रात कोर्ट में पेश किया गया था। कोर्ट ने बिभव कुमार को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था।

बिभव के वकीलों ने दायर की याचिका
बिभव कुमार के वकीलों ने अदालत में एक याचिका दायर की। कोर्ट से अनुरोध किया कि दिल्ली पुलिस द्वारा सीएम आवास से इकट्ठा किए गए सीसीटीवी फुटेज और डीवीआर हमें भी उपलब्ध करवाया जाए। बिभव के वकीलों ने कोर्ट से कहा कि पुलिस ने कई सीएम आवास की तलाशी ली है और सीसीटीवी फुटेज लिए हैं, लेकिन उनके पास कितने फुटेज हैं, इसकी जानकारी नहीं है। इसलिए, वे फुटेज को संरक्षित करने की मांग कर रहे हैं। ये फुटेज मामले में लगे आरोपों को साबित करने के लिहाज से बेहद अहम हैं।

एपीपी ने बिभव की याचिका पर उठाए सवाल
बिभव के वकीलों की ओर से दी दायर याचिका पर अतिरिक्त लोक अभियोजक (APP) ने सवाल उठाया। एपीपी ने कोर्ट से कहा कि यह याचिका किस प्रावधान के तहत दायर किया गया है, क्योंकि मामले की जांच अभी जारी है। एपीपी ने यह भी कहा कि बिभव के वकीलों ने यह नहीं बताया है कि उन्हें किस सीसीटीवी फुटेज की जरूरत है। इसकी एक प्रति कॉपी पहले ही दी जा चुकी है। एपीपी ने यह भी बताया कि शुरुआत में डीवीआर मांगा गया था लेकिन उन्हें एक खाली पेन ड्राइव दी गई थी, और अब एक एनवीआर दिया गया है जिसे विशेषज्ञ को जांच के लिए दिया गया है।

बिभव कुमार को मुंबई ले गई थी दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस कुमार को उनके आईफोन से डेटा रिकवर करने के लिए मुंबई ले गई थी। कथित तौर पर कुमार ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि उसने मुंबई में अपना फोन फॉर्मेट कर दिया था। मोबाइल डेटा की रिकवरी को पुलिस अहम मान रही है क्योंकि इससे मामले में महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं। गिरफ्तारी के बाद बिभव कुमार ने पुलिस को अपना मोबाइल नंबर देने से इनकार कर दिया था।

अब मामले की जांच करेगी एसआईटी
मारपीट मामले की जांच अब उत्तरी दिल्ली की डीसीपी अंजिता चेप्याला के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) करेगी। टीम में तीन इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी शामिल हैं। इनमें से एक पुलिस अफसर दिल्ली के सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन से है। इसी पुलिस स्टेशन में स्वाति मालीवाल ने मारपीट का मामला दर्ज कराया था। जांच पूरी होने पर एसआईटी अपने रिपोर्ट सीनियर अफसरों को सौंपेगी।

सीएम आवास के कर्मचारियों के बयान दर्ज किए गए
इस बीच, पुलिस ने 13 मई को हुई इस घटना के दौरान सीएम आवास पर मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ की है। सीएम आवास पर मौजूद स्टाफ के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। अब तक जब्त किए गए सभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को जांच के लिए फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) भेज दिया गया है। इस मामले में दिल्ली पुलिस दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल और उनके माता -पिता से भी पूछताछ कर सकती है।

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