Who is Lottery King Santiago Martin: सुप्रीम कोर्ट की कड़ी फटकार के बाद भारतीय स्टेट बैंक यानी SBI से मिले इलेक्टोरल बॉन्ड डेटा को चुनाव आयोग ने गुरुवार को सार्वजनिक कर दिया। डेटा सबके सामने आने के बाद उन कंपनियों का भी खुलासा हुआ है, जो अपने कर्मचारियों को इंक्रीमेंट देने में तो हिचकती हैं, लेकिन राजनीतिक दलों पर दिल खोलकर खूब लुटाया है। सबसे अधिक चंदा फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी ने दिया है। इस कंपनी को सैंटियागो मार्टिन द्वारा चलाया जाता है। आमतौर पर सैंटियागो को लॉटरी किंग के रूप में जाना जाता है।

कौन हैं सैंटियागो मार्टिन?
सैंटियागो मार्टिन के धर्मार्थ ट्रस्ट की वेबसाइट के अनुसार, सैंटियागो मार्टिन इस वक्त 59 साल के हैं। उन्होंने अपना करियर म्यांमार के यांगून में एक मजदूर के रूप में शुरू किया था। 1988 में वह भारत लौट आए और तमिलनाडु में लॉटरी व्यवसाय शुरू किया। बाद में उन्होंने पूर्वोत्तर में जाने से पहले कर्नाटक और केरल में कारोबार का विस्तार किया। इसके बाद उन्होंने अपना कारोबार भूटान और नेपाल में भी बढ़ाया। 

वेबसाइट पर लिखा है कि बाद में उन्होंने निर्माण, रियल एस्टेट, कपड़ा और होटल सहित अन्य व्यवसायों में सफलता हासिल की। वह ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ लॉटरी ट्रेड एंड अलाइड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष भी हैं। यह एक ऐसा संगठन है जो भारत में लॉटरी व्यापार को बढ़ाने और विश्वसनीयता को बढ़ावा देने के लिए लगा हुआ है। सैंटियागो ऑनलाइन गेमिंग और कैसीनो और स्पोर्ट्स सट्टेबाजी के क्षेत्र में विस्तार कर रहे हैं। 

सैंटियागो की फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने 2019 से 2024 के बीच सबसे ज्यादा 1,368 करोड़ का दान दिया।

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Santiago Martin

2019 से ईडी कर रही कंपनी की जांच
प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी 2019 से मनी लॉन्डिंग के तहत कंपनी की जांच कर रही है। ईडी ने मई 2023 में कोयंबटूर और चेन्नई में छापेमारी की थी। सीबीआई की चार्जशीट के आधार पर ईडी जांच कर रही है। आरोप है कि सैंटियागो की कंपनी ने केरल में सिक्किम सरकार की लॉटरी बेची। आरोप है कि मार्टिन और उनकी कंपनियों ने अप्रैल 2009 से अगस्त 2010 तक विजेताओं के दावे को बढ़ा चढ़ाकर पेश किया। इसके कारण सिक्किम को 910 करोड़ का घाटा हुआ। 

दूसरे नंबर पर मेघा इंजीनियरिंग कंपनी
मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने 966 करोड़ का दान दिया। हैदराबाद स्थित कंपनी वर्तमान में कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर काम कर रही है।