बड़ी चूक: संजय सिंह के बेल ऑर्डर में निकला 'बांसुरी' का नाम, किसकी लापरवाही- ED या कोर्ट की? जानें

Sanjay Singh Bail Order
X
संजय सिंह के बेल ऑर्डर पर वकीलों की लिस्ट में बीजेपी कैंडिडेट बांसुरी स्वराज का नाम नजर आया।
संजय सिंह के बेल ऑर्डर पर वकीलों की लिस्ट बुधवार को सामने आई। इसमें बीजेपी नेता बांसुरी स्वराज का नाम शामिल था। सुप्रीम कोर्ट ने बांसुरी का नाम तुरंत बेल ऑर्डर से हटाएं।/Sanjay Singh Bail Order:

Sanjay Singh Bail Order: दिल्ली शराब नीति मामले में छह महीने जेल में रहने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) नेता संजय सिंह मंगलवार (2 अप्रैल) को बाहर आ गए।लेकिन, इस बीच कुछ अप्रत्याशित हुआ। संजय सिंह के बेल ऑर्डर पर वकीलों की लिस्ट बुधवार को सामने आई। इसमें संजय सिंह के मामले से जुड़े प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के वकीलों की सूची में बीजेपी नेता बांसुरी स्वराज का नाम शामिल था। इसके बाद एक नया सवाल उठ खड़ हुआ कि ऑर्डर पर बांसुरी का नाम क्यों है?आखिर यह किसकी लापरवाही है, ED या कोर्ट की?

सुप्रीम कोर्ट ने लिया इस चूक पर संज्ञान
सुप्रीम कोर्ट ने भी इस बात पर संज्ञान लिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि संजय सिंह के बेल ऑर्डर से बांसुरी स्वराज का नाम तुरंत हटाया जाए। जस्टिस संजीव खन्ना की अगुवाई वाली एक बेंच ने कहा है कि इस गलती को ठीक किया जाएगा। कोर्ट ने माना कि ये एक गलती है और इसे ठीक करके ऑर्डर दोबारा अपलोड किया जाएगा।

मंत्री सौरभ भारद्वाज ने उठाया मुद्दा
दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर वकीलों की सूची साझा की और भाजपा और ईडी पर मिलकर काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने ट्वीट किया, ''संजय सिंह जी के मामले में ईडी के वकीलों की लिस्ट में बीजेपी उम्मीदवार और प्रवक्ता बांसुरी स्वराज का नाम है। मैंने कल ही कहा था कि बीजेपी और ईडी एक हैं। हालांकि, बाद में ईडी के ही वकील ने गलती पर सफाई दी।

ईडी के वकील ने मानी गलती
ईडी के वकील जोहेब हसन ने जस्टिस संजीव खन्ना की बेंच को बताया कि बांसुरी का नाम गलती से वकीलों की लिस्ट में लिख दिया गया था। बांसुरी स्वराज केंद्र सरकार की वकील हुआ करती थीं। जब बीजेपी ने उन्हें लोकसभा उम्मीदवार बनाया तो वह 7 मार्च को पैनल से हट गईं। इसके बाद केंद्र सरकार ने 15 मार्च को उनके पैनल से हटने के फैसले पर मुहर लगा दी।

ऑर्डर पर कैसे आया बांसुरी स्वराज का नाम
दरअसल, ईडी की ओर से पैरवी करने वाले कुछ पुराने वकीलों के नाम अभी भी अदालत में इस्तेमाल किए जा रहे थे, यही वजह है कि बांसुरी का नाम सूची में था। लेकिन अब केंद्र सरकार के वकीलों ने कोर्ट को बदलावों के बारे में बताया है और नए आदेश में बांसुरी का नाम नहीं होगा। बता दें कि हाल ही में बीजेपी ने बांसुरी स्वराज को लोकसभा प्रत्याशी बनाया है। इसकी वजह से संजय सिंह के मामले की सुनवाई के दौरान जांच एजेंसी का पक्ष रखने के लिए पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज उपस्थित नहीं हुईं थीं।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story