Congress Faces Setback in Karnataka: लोकसभा चुनाव के बीच कर्नाटक से कांग्रेस के लिए अच्छी खबर नहीं है। यहां पार्टी के तीन विधायकों और दो एमएलसी ने टिकट विवाद पर इस्तीफा देने की धमकी दी है। पार्टी विधायकों में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री केएच मुनियप्पा के एक रिश्तेदार को कोलार निर्वाचन क्षेत्र से टिकट दिए जाने से नाराजगी है। 

कर्नाटक के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. एमसी सुधाकर ने दावा किया कि अन्य विधायकों ने कहा कि वे गुलाम नहीं हो सकते। हम (मुनियप्पा) परिवार के गुलाम नहीं हो सकते। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पार्टी परिवार के भीतर टिकट बांटती है।

विधायकों ने असंतोष जताते हुए पार्टी आलाकमान को विधानसभा अध्यक्ष से मिलने और इस्तीफा देने की धमकी दी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पार्टी आलाकमान ने उनकी राय सुनी लेकिन उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया।

विधान परिषद से सभापति से की मुलाकात
इसी क्रम में एमसी सुधाकर समेत तीन अन्य 3 विधायकों और 2 एमएलसी ने बुधवार को विधान परिषद के सभापति से मुलाकात की। इसके बाद कांग्रेस नेता डॉ. एमसी सुधाकर ने कहा कि हम चाहते हैं कि पार्टी में अन्य लोगों को मौका मिले। हम आज बाद में सीएम से भी बात करेंगे। जब वह (केएच मुनियप्पा) यहां थे, तो हम उनकी कार्यशैली से प्रभावित हुए और कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। निर्वाचन क्षेत्र में एक आम भावना है कि एससी समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं किया जा रहा है। हम इस परिवार के अलावा किसी अन्य से उम्मीदवार चाहते हैं।

21 मार्च को कांग्रेस ने उतारे 17 उम्मीदवार
दरअसल, 21 मार्च को कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों के लिए कर्नाटक में 17 उम्मीदवारों की अपनी दूसरी सूची की घोषणा की। जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के दामाद और पांच अन्य मंत्रियों के बच्चों का नाम शामिल किया गया। पहली लिस्ट 8 मार्च को जारी की गई थी। 

केएच मुनियप्पा ने कहा था कि वह चाहते हैं कि कोलार का टिकट उनके परिवार के किसी सदस्य को दिया जाए। जबकि इस क्षेत्र के नेताओं का एक वर्ग पूर्व राज्यसभा सदस्य एल हनुमंतैया का समर्थन करता था। कर्नाटक में दो चरणों में 26 अप्रैल और 7 मई को मतदान होगा।