मणिपुर पुलिस को बड़ी सफलता: 33-एआर पर हमले में शामिल पीएलए आतंकी गिरफ्तार

Manipur: मणिपुर पुलिस को बुधवार दोपहर करीब 1 बजे बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने 33-एआर कर्मियों के ऊपर हमले में शामिल एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। जिसकी पहचान खोमद्राम ओजित सिंह उर्फ कीलाल (47) के रूप में हुई है। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
On receipt of specific information about the presence of armed militants in Kameng area (District Imphal West), a team of District Police Imphal West, Bishnupur, 33-AR and other security forces launched a special operation today at about 01:00 am. During the operation, one person… https://t.co/sYYFNFDLoP pic.twitter.com/fx26U0ve6n
— ANI (@ANI) September 24, 2025
बता दें, कामेंग क्षेत्र जो जिला इंफाल पश्चिम के अंतर्गत आता है। वहां पर पुलिस को सशस्त्र उग्रवादियों की मौजूदगी की विशेष सूचना मिली थी। जिसके बाद जिला पुलिस इंफाल पश्चिम, बिष्णुपुर, 33-एआर और अन्य सुरक्षा बलों की एक टीम ने मौके पर पहुंचकर विशेष अभियान शुरू किया। इस दौरान एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। जो 33-एआर कर्मियों के खिलाफ घात लगाकर किए गए हमले में शामिल था।
जमानत पर छूटा था आरोपी
पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए आरोपी ने बताया कि वह पीएलए का जमानत पर छूटा सदस्य है। अभी भी पीएलए के लिए काम कर रहा है। इतना ही नहीं पूछताछ में खुलासा हुआ कि वह 19.09.2025 को सबल लेईकाई, नाम्बोल (जिला बिष्णुपुर) में शाम लगभग 05:30 बजे 33-एआर कर्मियों के खिलाफ घात लगाकर किए गए हमले में सीधे तौर पर शामिल था। एआर कर्मियों पर गोलीबारी करने के बाद, वह अन्य व्यक्तियों के साथ लोकतक झील की ओर भाग गया। जिसकी वजह से वह पकड़ा नहीं गया। इस दौरान पकड़ा गया आरोपी युवक अपने हथियार और गोला-बारूद को एक गुप्त स्थान पर छिपा दिया था। जिसे मणिपुर पुलिस ने जब्त कर लिया है।
19 सितंबर को किया था हमला
मणिपुर पुलिस के वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि 19 सितंबर को बिष्णुपुर जिले में आतंकवादियों के हमले में असम राइफल्स के दो जवान शहीद हो गए थे, जिनमें एक जेसीओ और एक जवान शामिल हैं। दो जवान घायल हैं। जवानों के वाहन पर हमला करने के बाद आतंकवादी एक सफेद वैन में सवार होकर भाग निकले थे। जवानों ने संयम बरतते हुए जवाबी कार्रवाई की ताकि कोई नागरिक हताहत न हो। इसके बाद से ही सुरक्षा बल ने हमले के पीछे छिपे आतंकवादियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया था।
