Karnataka Crisis: सिद्धारमैया-DK के बीच ब्रेकफास्ट की टेबल पर हुई सुलह, CM ने कहा- "हमारे बीच कोई मतभेद नहीं"

कर्नाटक संकट: CM सिद्धारमैया–DK शिवकुमार की नाश्ते पर अहम मुलाकात
कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही खींचतान के बीच शनिवार सुबह CM सिद्धारमैया और डिप्टी CM डी.के. शिवकुमार ने मुख्यमंत्री निवास पर साथ में नाश्ता किया। दोनों नेताओं के बीच करीब 30 मिनट गहन चर्चा हुई। नाश्ते के दौरान CM के लीगल एडवाइजर ए.एस. पोन्ना भी मौजूद रहे। कर्नाटक की सियासत में यह मुलाकात बेहद अहम मानी जा रही है।
नाश्ते के करीब एक घंटे बाद दोनों नेताओं ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा- “डीके मेरे घर आए और हमने साथ नाश्ता किया। कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने हम दोनों को मिलने के लिए कहा था। डीके ने मुझे अपने घर बुलाया था, लेकिन अंतिम फैसला मेरे घर मिलने का हुआ।”
#WATCH | Karnataka Chief Minister Siddaramaiah and Deputy CM DK Shivakumar hold a joint press conference in Bengaluru after the breakfast meeting pic.twitter.com/V9G4cY1rGT
— ANI (@ANI) November 29, 2025
उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके और डीके शिवकुमार के बीच किसी भी तरह का मतभेद नहीं है। “मीडिया की कुछ रिपोर्टों से भ्रम पैदा हुआ है। हमारे बीच कोई टकराव नहीं, कोई विवाद नहीं।”
खुली चर्चा में 2028 चुनावों की रणनीति भी शामिल
सिद्धारमैया ने बताया कि नाश्ते के दौरान दोनों नेताओं ने 2028 विधानसभा चुनावों की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने दोहराया- “नेतृत्व परिवर्तन को लेकर हाईकमान जो भी फैसला करेगा, हम सभी उसका पालन करेंगे।”
डीके शिवकुमार का बयान
डिप्टी CM ने कहा कि वे कांग्रेस की एकता और मजबूती को प्राथमिकता देते हैं। “हम दोनों मिलकर कर्नाटक में कांग्रेस को मजबूत करेंगे। हाईकमान के हर निर्देश का पालन करेंगे।”
ಮಾನ್ಯ ಮುಖ್ಯಮಂತ್ರಿಗಳಾದ ಶ್ರೀ ಸಿದ್ದರಾಮಯ್ಯ ಅವರನ್ನು ಇಂದು ಅವರ ಕಾವೇರಿ ನಿವಾಸದಲ್ಲಿ ಭೇಟಿಯಾಗಿ ಉಪಾಹಾರ ಸಭೆ ನಡೆಸಲಾಯಿತು.
— DK Shivakumar (@DKShivakumar) November 29, 2025
Met Hon’ble CM Shri @siddaramaiah avaru at Cauvery Residence this morning for a breakfast meeting. A productive discussion on Karnataka’s priorities and the road ahead. pic.twitter.com/qhe7q5RNvi
राजनीतिक पृष्ठभूमि: रोटेशनल CM फॉर्मूला की चर्चा फिर तेज
कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को सत्ता में आए ढाई साल हो चुके हैं। इसी बीच एक बार फिर यह खबर गर्म है कि 2023 में सिद्धारमैया के CM बनने के समय एक “रोटेशनल सीएम फॉर्मूला” या “पावर शेयरिंग समझौता” हुआ था, जिसके मुताबिक ढाई साल बाद डीके शिवकुमार को कमान सौंपी जानी थी। यही वजह है कि यह मुलाकात काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
कांग्रेस हाईकमान की रविवार को बड़ी बैठक
सूत्रों के मुताबिक, रविवार 30 नवंबर को सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे की मौजूदगी में कांग्रेस की टॉप लीडरशिप बैठक होगी।
ANI के अनुसार, संसद के शीतकालीन सत्र से पहले होने वाली इस स्ट्रैटेजी मीटिंग में कर्नाटक के नेतृत्व विवाद पर भी विस्तार से चर्चा होगी।
सिद्धारमैया का शुक्रवार का बयान
एक दिन पहले CM ने कहा था- “हाईकमान ने दोनों को बुलाया है, इसलिए मैंने डीके को नाश्ते पर बुलाया। हाईकमान जो भी कहेगा, वही अंतिम होगा। डीके भी नेतृत्व के फैसले का सम्मान करेंगे।”
राजनीतिक महत्व
यह मुलाकात कई कारणों से महत्वपूर्ण है। नेतृत्व परिवर्तन की लगातार चल रही अटकलों के बीच यह एकता का संदेश देती है। कांग्रेस हाईकमान चाहता है कि कर्नाटक सरकार स्थिर रहे और कोई खुला विवाद न उभरे।
