K Kavitha: निलंबन के 24 घंटे बाद के. कविता का BRS से इस्तीफा, चचेरे भाइयों पर लगाए गंभीर आरोप

निलंबन के एक दिन बाद K. कविता ने BRS पार्टी और अपने MLC पद से इस्तीफा दे दिया।
K Kavitha: तेलंगाना की सीनियर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (KCR) की बेटी के. कविता ने पार्टी से निलंबन के बाद पहली बार चुप्पी तोड़ी है। के. कविता ने बुधवार, 3 सितंबर को भारत राष्ट्र समिति (BRS) और अपने विधान परिषद (MLC) पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे के साथ ही उन्होंने परिवार के भीतर गहराते मतभेदों पर भी खुलकर बयान दिया और चौंकाने वाले आरोप लगाए।
निलंबन के एक दिन बाद पार्टी से दिया इस्तीफा
कविता को मंगलवार (2 सितंबर) को पार्टी से अनुशासनहीनता और ‘विरोधी गतिविधियों’ के आरोप में निलंबित किया गया था। इसके अगले ही दिन यानी 3 सितंबर को उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया।
K. Kavitha resigns from the BRS party and her MLC post, a day after her suspension from the party. https://t.co/epqwvHn4nn pic.twitter.com/rRANMKkdXh
— ANI (@ANI) September 3, 2025
भाई KTR को किया आगाह
कविता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उन्होंने अपने भाई और BRS वर्किंग प्रेसिडेंट के.टी. रामा राव (KTR) को कई बार आगाह किया था कि पार्टी और परिवार के खिलाफ टी. हरीश राव और संतोष राव साजिश रच रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि हरीश राव ने चुनावों में KCR और KTR को हराने के लिए अभियान को फंड किया।
कविता ने यहां तक आरोप लगाया कि उन्हीं के कारण CBI अब उनके पिता KCR की जांच कर रही है।
परिवार को तोड़ने का लगाया आरोप
कविता ने कहा, ''KCR Garu और KTR Garu मेरा परिवार हैं। हमारा रिश्ता खून से है और यह रिश्ता किसी पद या निलंबन से नहीं टूटना चाहिए। लेकिन कुछ लोग सिर्फ अपने राजनीतिक फायदे के लिए हमारे परिवार को तोड़ना चाहते हैं।''
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर KTR ने अब भी चचेरे भाइयों पर भरोसा किया, तो यह परिवार और पार्टी दोनों के लिए नुकसानदायक होगा।
KTR से नाराजगी भी जताई
कविता ने अपने भाई KTR पर नाराजगी जताते हुए कहा कि जब उन्होंने पार्टी के भीतर चल रही साजिश और फर्जी प्रचार की शिकायत की, तो KTR ने कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा, ''मैंने उन्हें बताया कि मेरे खिलाफ झूठा प्रचार हो रहा है। मैंने उनसे बहन की तरह नहीं, बल्कि पार्टी की MLC की तरह शिकायत की थी। लेकिन उन्होंने न तो कोई कार्रवाई की और न ही मुझसे इस बारे में बात की। वर्किंग प्रेसिडेंट होने के बावजूद उन्होंने चुप्पी साध ली।''
कविता की राजनीति पर अगला कदम क्या होगा?
कविता के इस्तीफे और आरोपों से तेलंगाना की राजनीति में भूचाल आ गया है। BRS के भीतर पहले से ही चुनावी हार के बाद असंतोष और गुटबाजी बढ़ी हुई थी। अब कविता का इस्तीफा और परिवार पर सीधे-सीधे आरोप लगाना पार्टी के लिए और मुश्किलें खड़ी कर सकता है।
राजनीतिक हलकों में कयास लगाए जा रहे हैं कि कविता किसी नए राजनीतिक विकल्प की तलाश में हैं या फिर स्वतंत्र रूप से अपने राजनीतिक भविष्य की राह चुनेंगी।
