काम की खबर: ICMR-AIIMS की रिपोर्ट में खुलासा, कोविड वैक्सीन और अचानक मौतों के बीच कोई संबंध नहीं

ICMR-AIIMS Study: कोरोना के बाद हार्ट अटैक के मामले तेजी बढ़ रहे हैं। किसी चलते-फिरते तो किसी को बैठे-बैठे हार्ट अटैक आ रहा है। लगातार बढ़ते केसों को लेकर दावा किया गया कि 'कोविड वैक्सीन' से ऐसा हो रहा है। ICMR और AIIMS की ताजा रिपोर्ट ने इन दावों को खारिज कर दिया है। ICMR और AIIMS के संयुक्त अध्ययन में खुलासा हुआ है कि कोविड वैक्सीन से अचानक मौतों का कोई संबंध नहीं है। तो आइए जानते हैं किन कारणों से बढ़ रहा है हार्ट अटैक का खतरा।
Extensive studies by ICMR and AIIMS have confirmed no direct link between COVID-19 vaccines and sudden adult deaths. Investigations identified lifestyle and pre-existing health conditions as key contributing factors behind such incidents, ruling out vaccine-related causes pic.twitter.com/74VrBgxKUt
— IANS (@ians_india) July 2, 2025
वैक्सीन बनाम हार्ट अटैक: क्या है सच्चाई?
विशेषज्ञों के अनुसार, वैक्सीन लेने से न केवल कोविड की गंभीरता घटती है, बल्कि हृदय पर पड़ने वाले असर को भी कम किया जा सकता है। यह शोध विशेष रूप से कोविशील्ड और कोवैक्सिन जैसे टीकों पर केंद्रित था।
यह अध्ययन क्यों है महत्वपूर्ण?
यह शोध न केवल वैक्सीन की सुरक्षा को प्रमाणित करता है, बल्कि सोशल मीडिया पर फैली गलत सूचनाओं का भी खंडन करता है। अब समय है कि हम वैज्ञानिक तथ्यों पर भरोसा करें, न कि अफवाहों पर। विशेषज्ञ डॉक्टरों का कहना है कि यदि सीने में दर्द, थकावट या सांस लेने में तकलीफ हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित
देश के 19 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 47 अस्पतालों में मई से अगस्त 2023 के बीच स्टडी की गई थी। स्टडी ऐसे लोगों पर की गई, जो पूरी तरह से स्वस्थ थे लेकिन अक्टूबर 2021 से मार्च 2023 के बीच उनकी अचानक मौत हो गई। स्टडी से पता चला कि कोरोना वैक्सीन की वजह से युवाओं में हार्ट अटैक का जोखिम नहीं बढ़ा है। युवाओं की अचानक हो रही मौतों का इससे कोई कनेक्शन नहीं है। ICMR और AIIMS के अध्यक्ष में पाया गया कि वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। दो डोज लेने वालों में असामयिक मौत का खतरा कम पाया गया।
स्टडी के महत्वपूर्ण निष्कर्ष
CMR और AIIMS के अध्ययन ने महत्वपूर्ण निष्कर्ष प्रस्तुत किए हैं। वैक्सीन का असामयिक मौतों से कोई संबंध नहीं है। अध्ययन में पाया गया कि कोविड-19 वैक्सीन का मृत्यु से कोई संबंध नहीं है। इसके विपरीत वैक्सीन की दो खुराक लेने वाले व्यक्तियों में असामयिक मृत्यु का जोखिम कम था। यह इस बात का संकेत है कि वैक्सीन न केवल सुरक्षित है, बल्कि यह कोविड-19 की गंभीरता को कम करके मृत्यु को रोकने में भी मदद करती है।
जानिए और क्या कहता है अध्ययन
एक खुराक लेने वालों में मृत्यु के जोखिम पर कोई विशेष प्रभाव नहीं देखा गया। जिन व्यक्तियों को कोविड-19 के कारण अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था, उनमें अचानक मृत्यु का जोखिम चार गुना अधिक था। कोविड-19 हृदय की मांसपेशियों (myocarditis) और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे हृदयाघात या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। जिनके परिवार में अचानक मृत्यु का इतिहास था, उनमें असामयिक मृत्यु की संभावना लगभग तीन गुना अधिक थी।
शराब पीने वालों में खतरा ज्यादा
अत्यधिक शराब का सेवन (binge drinking) करने वालों में मृत्यु का जोखिम बढ़ा था। धूम्रपान और मनोरंजक ड्रग्स का उपयोग भी जोखिम को बढ़ाने वाले कारक थे। अध्ययन में यह भी पाया गया कि कोविड-19 वैक्सीन, विशेष रूप से दो खुराक, गंभीर बीमारी और मृत्यु को रोकने में प्रभावी है। यह भारत में निर्मित वैक्सीन्स (कोविशील्ड और कोवैक्सिन) की प्रभावशीलता और सुरक्षा को रेखांकित करता है।
