दुर्गापुर गैंगरेप केस: आरोपियों के खुलासे ने ममता बनर्जी की मुश्किलों को बढ़ाया, जानिये कैसे?

दुर्गापुर गैंगरेप में आरोपियों के खुलासे से सीएम ममता बनर्जी पर विपक्ष हमलावर।
पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर गैंगरेप केस में पांच आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद भी सीएम ममता बनर्जी की मुश्किलें कम होने की बजाए बढ़ती जा रही हैं। विपक्ष आरोप लगा रहा है कि यह मामला बेहद संवेदनशील है, लेकिन सीएम ने सही जानकारी देने की बजाए जनता को गुमराह करने का प्रयास किया। भाजपा नेता अग्निमित्रा पॉल ने ममता बनर्जी के बयानों को बेहद शर्मनाक बताया है।
उन्होंने कहा कि हमारी सीएम झूठ बोलती है। उन्हें सब कुछ पता है। फिर भी वे 8 बजे के समय को झूठ बोलकर 12 बजे बताती हैं। उन्होंने पूछा कि क्या रात को ड्यूटी पर जाने वाले डॉक्टर और नर्स नहीं जाएं? क्या सेवा उद्योग और आईटी उद्योग में काम करने वाले नहीं जाएं? उन्होंने ममता बनर्जी की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अपराधियों को अहसास हो गया कि वे इस सरकार को चला रहे हैं। इसलिए ममता बनर्जी पुलिस और प्रशासन को दोष नहीं देती है। वर्तमान में पुलिस केवल बनर्जी परिवार, टीएमसी नेताओं और मंत्रियों को ही सुरक्षा प्रदान करती है। बंगाल के लोगों के लिए कोई सुरक्षा नहीं है। उन्होंने कहा कि दूसरे राज्य से पढ़ाई के लिए आने वाली दलित लड़की को भी सुरक्षा नहीं मिल रही, जो कि शर्म की बात है।
सीएम बनर्जी ने किया था यह दावा
सीएम ममता बनर्जी ने दावा किया था कि यह घटना रात 12 बजे की है। उन्होंने कहा था कि छात्रा रात 12 बजे हॉस्टल से बाहर गई, जिसके लिए हॉस्टल प्रशासन जिम्मेदार है। अब पुलिस ने सभी पांचों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है। तीन आरोपी 12 अक्टूबर को गिरफ्तार हुए थे, जबकि दो आरोपी बीते सोमवार को पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। पुलिस को शुरुआती जांच से पता चला कि यह घटना रात 12 बजे नहीं बल्कि 8 बजे से 8:45 के बीच की है। पहले तीन युवकों ने छात्रों को घेरा था और इसके बाद दो आरोपी आए। इसके बाद छात्रा को अगवा कर लिया, जिसके बाद जंगल में ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया।
पिता ने सीएम बनर्जी पर बोला तीखा हमला
पीड़िता के पिता ने वारदात की टाइमिंग को गलत बताने के लिए सीएम ममता बनर्जी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं महिला हैं, फिर भी गैर जिम्मेदाराना बयान कैसे दे सकती हैं? उन्होंने पूछा कि क्या महिलाओं को अपनी नौकरी और पढ़ाई छोड़कर घर बैठ जाना चाहिए। ऐसा लग रहा है जैसे कि बंगाल में औरंगजेब का शासन चल रहा है। उन्होंने फिर से अपनी मांग दोहराई कि वे अपनी बेटी को ओडिशा ले जाना चाहते हैं। जब सरकार ही झूठ बोल रही है तो न्याय की अपेक्षा कैसे की जाए।
