बेंगलुरु भगदड़ मामला: कर्नाटक के CM सिद्धारमैया और डिप्टी CM शिवकुमार के खिलाफ शिकायत, बीजेपी ने मांगा इस्तीफा

Bangalore Stampede Update
Bangalore Stampede Update : बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में बुधवार शाम हुई भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई है, जबकि, 30 से ज्यादा लोग घायल हैं। आईपीएल विजेता रॉयल चैलेंजर्स (RCB) के विजय परेड के दौरान हुई इस घटना के लिए बीजेपी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डिप्टी CM डीके शिवकुमार को जिम्मेदार ठहराया है। उनके इस्तीफे और गिरफ्तारी की मांग भी की है।
भाजपा सांसद संबित पात्रा ने बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में हाल ही में हुई भगदड़ के लिए कर्नाटक सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डी.के. शिवकुमार केवल अपनी तस्वीरें खिंचवाना चाहते थे, इसलिए इस तरह का अव्यवस्थित विजय जुलूस आयोजित किया गया। जिसका सीधा परिणाम 11 मौतें हैं।
Delhi: On Bengaluru stampede incident, BJP MP Sambit Patra says, "Just because D.K Shivakumar and Siddaramaih wanted photos, the entire event was organized and within 12 hours, you enforced a victory march, the result was 11 deaths and over 50 people seriously injured. Allu… pic.twitter.com/lx9rETA0qi
— IANS (@ians_india) June 5, 2025
संबित पात्रा ने उठाए ये सवाल
- संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि कार्यक्रम के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई थी। लोगों की जान की कीमत पर प्रचार किया गया। यह लापरवाही नहीं, बल्कि आपराधिक लापरवाही है।
- तेलंगाना का उदाहरण देते कहा, अगर वहां अल्लू अर्जुन को भगदड़ के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, तो फिर सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार पर कार्रवाई क्यों नहीं? क्या सिर्फ इसलिए कि वे मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री हैं?
- संबित पात्रा ने कहा, डी.के. शिवकुमार ने खुद बताया है कि चिन्नास्वामी स्टेडियम की क्षमता केवल 35,000 है, फिर भी वहां 300,000 लोग मौजूद थे। यह कैसे हुआ?
कब्बन पार्क थाने में शिकायत, FIR की मांग
सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा ने कब्बन पार्क थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, डिप्टी CM डीके शिवकुमार और क्रिकेट बोर्ड के पदाधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। इनके खिलाफ IPC की धारा 106 के तहत FIR दर्ज करने की भी मांग की है।
यह है पूरा घटनक्रम
रॉयल चैलेंजर्स (RCB) के विजय परेड में भगदड़ में 11 लोगों की मौत हुई है। इसमें 5 महिलाएं और 6 पुरुष शामिल हैं। एबीएम मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर ने बताया कि मृतकों में ज्यादातर युवा हैं। इनकी उम्र 13 से 33 साल के बीच है। सिर, रीढ़, पेट में गंभीर चोट लगने से इनकी मौत हुइ है। चश्मदीदों ने बताया कि भगदड़ में जो लोग गिर गए, उठ नहीं पाए। भीड़ के चलते एंबुलेंस भी समय पर नहीं पहुंच पाईं। लोग घायलों को सड़क पर ही सीपीआर देते रहे।
कर्नाटक HC ने लिया स्वत: संज्ञान, 2:30 बजे सुनवाई
कर्नाटक हाईकोर्ट ने इस गंभीर घटना पर स्वतः संज्ञान (Suo Moto Cognizance) लेते हुए तत्काल सुनवाई के आदेश दिए हैं। दोपहर 2:30 बजे मामले पर सुनवाई होगी।
Bengaluru, Karnataka: On Bengaluru stampede incident, Minister Priyank Kharge says, "There’s no question of shifting blame onto anyone else. We are a responsible government and the Chief Minister, Deputy Chief Minister, as well as the Home Minister, have all taken responsibility.… pic.twitter.com/phXbf5iA4T
— IANS (@ians_india) June 5, 2025
मंत्री खड़गे बोले-CM, डिप्टी सीएम और गृहमंत्री सभी ने जिम्मेदारी ली
कर्नाटक सरकार के मंत्री प्रियांक खड़गे ने कहा, किसी और पर दोष मढ़ने का सवाल ही नहीं उठता। हम एक जिम्मेदार सरकार हैं। हमारे मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री सभी ने जिम्मेदारी ली है। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है जिसकी बेहतर योजना बनाई जा सकती थी। हालांकि, भीड़ का उन्माद बेकाबू था, क्योंकि लोगों ने 18 साल तक इंतजार किया था। कारण चाहे जो भी हों, हमने जिम्मेदारी स्वीकार की है और उसके अनुसार सुधारात्मक कदम उठा रहे हैं।
कब क्या हुआ?
- सुबह: आरसीबी की टीम विधान सौध पहुंची, हजारों की संख्या में लोग जश्न के लिए जुटने लगे।
- 2 बजे: स्टेडियम के 13 गेट पर लंबी कतारें लग गईं।
- 3 बजे: पुलिस फोर्स मौजूद थी, लेकिन अचानक स्टेडियम के सभी के लिए खुले दरवाज़े की घोषणा से हालात बिगड़े।
- 3:30 से 5 बजे: भारी दबाव में बैरिकेड टूट गए, भगदड़ में लोग कुचले गए। जूते और सामान मैदान में बिखर गए।
- 5 बजे: स्थिति बिगड़ती गई, मृतकों की संख्या धीरे-धीरे बढ़कर 11 पहुंच गई।
गृह मंत्री बोले-जांच रिपोर्ट मिलने तक कोई टिप्पणी नहीं
गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने कहा, बेंगलुरू के डिप्टी कमिश्नर (शहरी) ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। जब तक जांच रिपोर्ट नहीं मिल जाती, हम कोई टिप्पणी नहीं कर सकते। सरकार की ओर से 10 लाख और केसीआईएफ की ओर से 5 लाख रुपए मुआवजे की घोषणा की गई है। इसकी प्रक्रिया जारी है।
