'मुझे POK चाहिए': जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने गुरु दक्षिणा में सेना प्रमुख से क्यों की ऐसी मांग, देखें वीडियो

Upendra Dwivedi Guru Dakshina: भारतीय थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी पत्नी सुनीता द्विवेदी के साथ बुधवार (28 मई) को चित्रकूट (MP) पहुंचे। जनरल उपेंद्र और उनकी पत्नी ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य से गुरु दीक्षा ली। गुरु रामभद्राचार्य ने दीक्षा देकर सेना प्रमुख से कहा-तुम शस्त्र से लड़ो, मैं शास्त्र से।रामभद्राचार्य ने कहा-गुरु दक्षिणा में मुझे POK चाहिए। अब समय आ गया है जब आतंक के अड्डों को पूरी तरह नेस्तनाबूद कर भारत माता का ध्वज पीओके में लहराया जाए।
#WATCH | Madhya Pradesh | On Chief of Army Staff General Upendra Dwivedi visiting his Ashram in Chitrakoot yesterday, Spiritual Leader Jagadguru Rambhadracharya says, "I gave him the same Diksha (initiation) with the Ram Mantra which Lord Hanuman had received from Maa Sita and… pic.twitter.com/C7Sc3sDTUb
— ANI (@ANI) May 29, 2025
मैंने राम मंत्र की दीक्षा दी
जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा-सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने मुझसे राम मंत्र की दीक्षा ली है। मैंने उन्हें राम मंत्र के साथ वही दीक्षा दी जो भगवान हनुमान ने माता सीता से प्राप्त की थी और फिर लंका पर विजय प्राप्त की थी। मैंने उनसे दक्षिणा मांगी है कि मुझे पीओके वापस चाहिए।
धर्म और राष्ट्र की रक्षा का युद्ध है
रामभद्राचार्य ने थल सेना प्रमुख से कहा-ये सिर्फ सैन्य लड़ाई नहीं है, ये धर्म और राष्ट्र की रक्षा का युद्ध है। यह युद्ध सीमाओं का है नहीं, भारत की आत्मा और अखंडता का भी है। तुलसी पीठ आवास में जगद्गुरु ने मीडिया से कहा- पाकिस्तान अगर आगे कोई आतंकवादी वारदात को अंजाम देता है तो वह नेस्तनाबूद हो जाएगा।
उपेंद्र द्विवेदी ने जगद्गुरु को दिया स्मृति चिह्न
जनरल उपेंद्र द्विवेदी और उनकी पत्नी सुनीता द्विवेदी करीब 5 घंटे चित्रकूट में रहे। जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य को गदा भेंट किया। सेना प्रमुख ने सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय का निरीक्षण किया। सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट की ओर से आयोजित अभिनंदन समारोह में भी भाग लिया। पद्मश्री डॉ. बीके जैन ने उनका स्वागत किया। उपेंद्र द्विवेदी ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य थल सेना का स्मृति चिह्न दिया।
