Bypoll Result: बिहार ही नहीं, इन 7 राज्यों की 8 सीटों के उपचुनाव पर भी आ रहे नतीजे!

देश के सात राज्यों की आठ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों की मतगणना भी चल रही है।
लखनऊ डेस्क : आज 14 नवंबर को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणाम के साथ ही देश के सात राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की आठ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों की मतगणना भी चल रही है। इन नतीजों को वोटर का मिजाज समझने और आगामी चुनावों से पहले राजनीतिक दलों की ताकत का आकलन करने के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।
इन 7 राज्यों की 8 सीटों पर हो रही है मतगणना।
जम्मू और कश्मीर (2 सीटें): बडगाम और नगरोटा
राजस्थान (1 सीट): अंता
झारखंड (1 सीट): घाटशिला (ST)
तेलंगाना (1 सीट): जुबली हिल्स
पंजाब (1 सीट): तरनतारन
मिजोरम (1 सीट): डंपा (ST)
ओडिशा (1 सीट): नुआपाड़ा
सीटों पर कांटे की टक्कर और सियासी दांव
1. जम्मू-कश्मीर: बडगाम और नगरोटा
बडगाम: यह सीट उमर अब्दुल्ला के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। यहां नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, बीजेपी और आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवारों के बीच बहुकोणीय मुकाबला है।
नगरोटा: यह सीट विधायक देवेंद्र सिंह राणा के निधन के कारण खाली हुई थी। यहां बीजेपी की देवयानी राणा और नेशनल कॉन्फ्रेंस की शमीम बेगम के बीच कड़ी टक्कर है।
2. राजस्थान: अंता
यह सीट बीजेपी विधायक कंवर लाल मीणा को अयोग्य ठहराए जाने के बाद खाली हुई थी। यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है। कांग्रेस ने पूर्व मंत्री प्रमोद जैन 'भाया' को मैदान में उतारा है, जबकि बीजेपी से मोरपाल सुमन उम्मीदवार हैं।
3. झारखंड: घाटशिला (ST)
यह सीट झामुमो विधायक रामदास सोरेन के निधन के बाद खाली हुई थी। यह चुनाव झामुमो और बीजेपी के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गया है। झामुमो ने सोमेश चंद्र सोरेन को उतारा है, जबकि बीजेपी ने बाबूलाल सोरेन को टिकट दिया है।
4. पंजाब: तरनतारन
यह सीट आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक कश्मीर सिंह सोहल के निधन के बाद खाली हुई थी। यहां मुख्य मुकाबला AAP, बीजेपी, अकाली दल और कांग्रेस के बीच है, जो पंजाब की राजनीति की बदलती दिशा को दर्शाएगा।
5. तेलंगाना: जुबली हिल्स
यह सीट विधायक मगंती गोपीनाथ के निधन से खाली हुई थी। यह परिणाम कांग्रेस और बीआरएस (BRS) के बीच के समीकरणों पर असर डालेगा। शुरुआती रुझानों में कांग्रेस यहाँ से आगे चल रही है।
6. मिजोरम: डंपा (ST)
डंपा सीट पर एमएनएफ (MNF), कांग्रेस और बीजेपी के बीच मुकाबला है। यह सीट लालरिन्टलुआंगा सैलो के निधन के कारण खाली हुई थी, और यहां सबसे अधिक 82.3% मतदान हुआ था।
7. ओडिशा: नुआपाड़ा
यह सीट बीजद विधायक राजेंद्र ढोलकिया के निधन से खाली हुई थी। यहां बीजेडी (BJD), बीजेपी और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है।
