DRDO के निदेशकों के 39वें सम्मेलन में बोले पर्रिकर, मिसाइल तो बना ली अब असाल्‍ट राइफल बनाओ

DRDO के निदेशकों के 39वें सम्मेलन में बोले पर्रिकर, मिसाइल तो बना ली अब असाल्‍ट राइफल बनाओ
X
पर्रिकर ने कहा कि उन्हें अपनी ‘बाजू चढ़ा लेनी चाहिए’ तथा अधिक प्रयास करना चाहिए ।
विज्ञापन

नई दिल्ली. बुधवार को डीआरडीओ के निदेशकों के 39 वें सम्मेलन के संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने डीआरडीओ के वैज्ञानिकों से कहा कि वे क्रोध एवं द्वेष पर काबू तथा विनम्र बनने की कला ऋषियों से सीखें। पर्रिकर ने कहा शिक्षित लोगों के विनम्र होने की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि पुराने दिनों में ऋषी संभवत: महान वैज्ञानिक थे।

ये भी पढ़ें : इजराइल से 10 आधुनिक 'हेरॉन टीपी ड्रोन' खरीदेगा भारत

संयम से बढ़ती है शक्ति
रक्षामंत्री ने कहा कि वह इस विवाद में नहीं पड़ना चाहते कि ऋषि वैज्ञानिक थे या आध्यात्मिक। ऋषियों के बारे में बोलने के पहले पर्रिकर ने कहा कि वह एक प्रमुख मुद्दा की पहचान करना चाहेंगे, इसे गलत अर्थ में नहीं लिया जाना चाहिए। ‘ मैं हमेशा मानता हूं कि संयम से शक्ति बढ़ती है और विनम्रता से विद्या बढ़ती है। ’ पर्रिकर ने पौराणिक ऋषि दधीचि का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने इंद्र को वज्र दिया।
ऋषियों से लेनी चाहिए सीख
पर्रिकर ने डीआरडीओ को सभी तरह की मदद का आश्वासन दिया। उन्होने कहा वैज्ञानिकों को स्वयं को लगातार उन्नत करने की आवश्यकता है और उन्हें कार्य को दोहराने से बचना चाहिए । उन्होंने डीआरडीओ वैज्ञानिकों से यह भी कहा कि उन्हें ‘ऋषियों’ से ‘सीखना’ चाहिए, जिन्होंने ईर्ष्या और गुस्से पर विजय पाई, जबकि वैज्ञानिक समुदाय में ‘‘बहुत से टकराव और राजनीति’’ देखी गई है । पर्रिकर ने कहा कि उन्हें अपनी ‘बाजू चढ़ा लेनी चाहिए’ तथा अधिक प्रयास करना चाहिए । मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि यदि सत्यनिष्ठा नहीं है तो शिक्षा का कोई मूल्य नहीं है ।
विज्ञापन
डीआरडीओ ने मिसाइल प्रौद्योगिकी में किया अच्छा काम
रक्षामंत्री ने कहा कि डीआरडीओ ने जहां मिसाइल प्रौद्योगिकी में काफी अच्छा काम किया है, वहीं ‘अन्वेषण प्रौद्योगिकी में हम अब भी काफी पीछे हैं जिसके लिए हमें विदेशों पर निर्भर रहना पड़ता है ।’ उन्होंने कहा कि डीआरडीओ को अगले पांच-दस साल में प्रमुख क्षेत्रों में स्वयं सक्षम होने की दिशा में काम करना चाहिए ।
नीचे की स्लाइड्स में पढें, पूरी खबर -

खबरों की अपडेट पाने के लिए लाइक करें हमारे इस फेसबुक पेज को फेसबुक हरिभूमि, हमें फॉलो करें ट्विटर और पिंटरेस्‍ट पर-

और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

विज्ञापन
Next Story
विज्ञापन