12 एचआईवी पॉजीटिव बच्चों को रमेश ने लिया गोद, घरवालों ने छोड़ा साथ

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By - haribhoomi.com |23 Aug 2014 6:30 PM
रमेश की पत्नी और घर वाले बच्चे को घर में रखने के लिए राजी नही हुए।
मेरठ. मेरठ के गंगानगर में रहने वाले रमेश कुमार ने 12 एचआईवी पॉजीटिव बच्चों को गोद लिया। बच्चों की उम्र 7 से 17 साल के बीच है। सभी बच्चों को एड्स है, जिसके कारण उनके माता पिता को समाज में काफी मुश्किलों को सामना करना पड़ता था। रमेश ने 2008 में अपनी अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी और गरीब बच्चों को पढ़ाने का काम शुरु किया। इसी दौरान वे एक एचआईवी पॉजिटिव बच्चे के सम्पर्क में आए, जिसके माता पिता की मृत्यु हो चुकी थी और सगे संबन्धियों ने उस बच्चे से नाता तोड़ दिया। जिसकी वजह से बच्चा मौत के नजदीक आ गया था।
बच्चे की इस हालत को देखकर रमेश ने बच्चे को गोद लिया। लेकिन इस नेक कार्य की उन्हे कीमत चुकानी पड़ी। उनकी पत्नी और घर वाले बच्चे को घर में रखने को राजी नही हुए। जिसके कारण उन्होंने अलग घर लेकर बच्चे का इलाज करना चाहा। लेकिन कोई भी उनको मकान देने को तैयार नही हुआ। अन्त में एक नेक आदमी मकान देने को राजी हुआ। काफी देखरेख के बाद बच्चे की तबियत तो ठीक हो गई। लेकिन रमेश को यह बात घर कर गई। जिसके बाद उन्होंने एचआईवी पॉजीटिव बच्चों को गोद लेकर उनकी देखभाल शुरु कर दी।
रमेश की लगन देखकर इलाके के कुछ डॉक्टरों ने रमेश की सहायता की। जिसके बाद उनकी पत्नी भी साथ आई। इस समय रमेश ने 12 बच्चों को गोद ले रखा है और इन सभी बच्चों को बहुत प्यार से रखते हैं। रमेश उनकी जरुरत की सारी चीजें उपलब्ध कराते हैं, जो उनके माता पिता नही उपलब्ध नही करा सके। रमेश समाज के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
नीचे की स्लाइड्स में पढ़िए, किस घटना ने रमेश को बच्चों को गोद लेने के लिए प्रेरित किया-
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