UPSC Result : 2021 में था 286वां रैंक, इस बार सुधार करते हुए 88वीं रैंक

Sonipat : मुरथल की रहने वाली निधि कौशिक ने लगातार प्रयास कर सफलता हासिल की। कभी 2014 में जेईई मेन्स के एग्जाम क्लीयर ना कर पाने वाली इस बेटी ने कभी हार नहीं मानी। पहले इंजीनियर (Engineer) बनना चाहती थी, असफल रही तो गुरु सुरेंद्र कादियान और पिता मुकेश कौशिक की प्रेरणा से यूपीएससी की तैयारियां शुरू की। यूपीएससी में साल 2021 में 286वां रैंक हासिल किया, इसके बाद 2022 में रैंक सुधारने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हुई। ऑडिट एंड अकाउंट में डायरेक्टर ऑडिट जनरल का पद संभालते हुए एक बार फिर से तैयारी शुरू की। अबकी बार अपना रैंक सुधारते हुए निधि ने देशभर में 88वां रैंक हासिल किया, जिसके बाद अब निधि कौशिक का आईएएस बनने का सपना साकार हो सकेगा।
चौथी बार यूपीएससी की परीक्षा देने वाली निधि कौशिक ने अपनी सफलता के पांच मूलमंत्र बताए। निधि ने बताया कि पहला मंत्र है कि सिलेबस के अनुसार तैयारी करें। दूसरा मंत्र है यूपीएससी के सिलेबस को दिन के अनुसार निर्धारित करें। तीसरा मंत्र कोचिंग के साथ-साथ सेल्फ स्टडी है बेहद महत्वपूर्ण, चौथा मंत्र मां का जागरूक होना और परिवार का सहयोग सबसे महत्वपूर्ण है, वहीं पांचवां मंत्र परीक्षा की डिमांड को समझ कर पढ़ाई करने वाले ही पेपर क्लीयर करने चाहिए। फिलहाल निधि कौशिक चंडीगढ़ में ट्रेनिंग के चलते वहीं रह रही है। बताया गया है कि देर शाम या बुधवार सुबह तक निधि घर पहुंच सकती है।
आईआरएस ताऊ की भतीजी बनेगी आईएएस, मानसी दहिया ने यूपीएससी में पाया 178वां रैंक
अफसरों के परिवार का असर इस कदर हुआ कि बेटी ने भी अफसर बनने की ठान ली। पहले प्रयास में सफलता हाथ नहीं लगी तो निराश नहीं हुई, बल्कि मेहनत ही बढ़ा दी। मेहनत काम कर गई और अब अफसरों के परिवार की बेटी भी अफसर बन गई। हम बात कर रहे हैं सेक्टर 23 की रहने वाली मानसी दहिया की। मानसी दहिया ने यूपीएससी की परीक्षा पास करते हुए 178वां रैंक हासिल किया है। दिन में 7-8 घंटे पढ़ाई करने वाली मानसी दहिया ने खुद पर विश्वास रखते हुए मन लगाकर पढ़ाई करने को सफलता का मूलमंत्र बताया।
बताते चलें कि मानसी का परिवार अफसरों का परिवार है। मानसी के दादा अमर सिंह के भाई भीम सिंह दहिया रेवेन्यू कमिश्नर रहे हैं। वहीं मानसी के ताऊ और भीम सिंह के बड़े बेटे एलकेएस दहिया भी आईआरएस रह चुके है। अब तीसरी पीढ़ी में मानसी दहिया ने भी अफसर बनकर दिखाया है। मानसी के पिता कर्मबीर सिंह दहिया गुरुग्राम की एक मल्टी नेशनल कंपनी में बतौर ड्राफ्ट्समैन काम करते हैं, जबकि माता राधा देवी दिल्ली में एसएसए में कांट्रेक्ट बेस पर नौकरी करती हैं। मानसी ने अपनी पढ़ाई में अपनी माता राधा देवी का सबसे बड़ा हाथ बताया। वहीं बुआ रश्मि के बूस्टअप को भी याद किया।
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