इनहांसमेंट की 'लास्ट एंड फाइनल सेटलमेंट स्कीम' में एक हजार रुपये तक की एक्सेस अमाउंट के मामले होंगे ठीक

हिसार : हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) द्वारा इनहांसमेंट राशि भरवाने के उद्देश्य से लांच की गयी 'लास्ट एंड फाइनल सेटलमेंट स्कीम' के तहत राशि अपडेट में हुई गड़बड़ियों के कारण सिरे नहीं चढ़ पाई है। जिसके कारण एचएसवीपी मुख्यालय द्वारा स्कीम लांच होने के एक माह बाद नियमों में बदलाव करते हुए एक हजार रुपये तक की एक्सेस अमाउंट के कारण हुई गड़बड़ियों को ठीक करने के लिखित आदेश जारी किए हैं।
यह जानकारी देते हुए ऑल सेकटर रेजिडेनटस वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप वत्स ने बताया कि एचएसवीपी द्वारा जारी 'सेटलमेंट स्कीम' के तहत जिन 58 सेक्टरो के 15430 प्लाटधारकों की नयी राशि अपडेट हुई है। उनमें पूर्व में भरी गयी एक्सेस अमाउंट के कारण हजारों प्लाटधारकों के खातों में लाखों रुपये ज्यादा की गलत राशि अपडेट हुई है। जिसके कारण स्कीम लांच होने के एक माह बाद भी लगभग 85 प्रतिशत प्लाटधारकों ने इनंहासमेंट की नई राशि जमा नहीं करवायी है ओर वो इन गड़बड़ियों को ठीक करवाने के लिए एचएसवीपी कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं।
वत्स ने कहा कि सेक्टरवासियों को हो रही परेशानियों को देखते हुए इस पूरे मामले को मुख्यमन्त्री के संज्ञान में लाया गया तथा सीएम से प्रिंसिपल सेक्रेटरी वी. उंमाशकर को तथ्यों के साथ ऐसे कई मामले भेजे गये, जिनमें एक्सटेंशन फीस या अन्य किसी मद में भरी गयी एक्सेस अमाउंट के कारण गलत राशि अपडेट हुई है। एसोसिएशन के लगातार प्रयासों व सेक्टरवासियों की स्कीम के प्रति उदासीनता को देखते हुए एचएसवीपी मुख्यालय द्वारा नियमों में बदलाव का निर्णय लेते हुए, एक हजार रुपये तक की एक्सेस अमाउंट के मामलों को ठीक करने के लिखित आदेश सभी जोनल एडमिनिस्ट्रेटर व सभी जिलों के इस्टेट आफिसर को जारी कर दिए गए हैं।
जारी आदेशों के अनुसार यदि किसी प्लाटधारक द्वारा पहले किसी भी मद में एक हजार रुपये तक की एक्सेस अमाउंट जमा करवा रखी है ओर उसे पीपीएम साॅफ्टवेयर द्वारा इनहांसमेंट किश्त के हैड में शामिल किया गया है, तो उस राशि को नजरअंदाज कर हुए, ऐसे सभी मामलों को ठीक किया जाएगा। यानि अलाॅटियो द्वारा किसी भी मद में एक हजार रुपये तक की एक्सेस अमाउंट भरी है, जिसके कारण उसके खाते में गलत डिमांड राशि अपडेट हुई है। ऐसे सभी मामलों को ठीक किया जाएगा।
वत्स ने बताया कि एचएसवीपी की आईटी सैल द्वारा प्रदेश के विभिन्न सेक्टरों से लगभग 2100 प्लाट चिन्हित किए हैं, जिनकी एक हजार रुपये तक की एक्सेस अमाउंट के कारण गलत राशि अपडेट हुई है। ऐसे सभी मामलों को आगामी कुछ दिनों में मुख्यालय स्तर पर ही ठीक किया जाएगा। लेकिन एक हजार रुपये से ऊपर की एक्सेस अमाउंट के मामलों को ठीक करने का एचएसवीपी द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया गया है। जिसके कारण सेक्टरवासियों में भारी रोष है।