बुनियाद कार्यक्रम के तहत 18 जुलाई तक करें अप्लाई, आवेदन के साथ अपलोड करना होगा सत्यापित प्रमाण पत्र
बुनियाद कार्यक्रम के लिए राजकीय स्कूलों में कक्षा नौंवी में अध्ययनरत विद्यार्थी ही आवेदन कर सकते है। आवेदन करने वाले विद्यार्थी मान्यता प्राप्त स्कूल से आठवीं कक्षा पास होनी चाहिए।

महेंद्रगढ़ खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय। फोटो: हरिभूमि
हरिभूमि न्यूज : महेंद्रगढ़
राजकीय स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को नौवीं कक्षा से ही विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाई जाएंगी। इसको लेकर सरकार की ओर से बुनियाद कार्यक्रम शुरू किया गया है। सत्र 2022-24 के लिए आवेदन प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गई है। इच्छुक विद्यार्थी 18 जुलाई तक बुनियाद एचआरवाई डॉट कॉम पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते है। बुनियाद कार्यक्रम के लिए राजकीय स्कूलों में कक्षा नौंवी में अध्ययनरत विद्यार्थी ही आवेदन कर सकते है। आवेदन करने वाले विद्यार्थी मान्यता प्राप्त स्कूल से आठवीं कक्षा पास होनी चाहिए।
आवेदन के साथ अपलोड करना होगा सत्यापित प्रमाण पत्र
बुनियाद कार्यक्रम में पंजीकरण के लिए विद्यार्थी को प्राचार्य से सत्यापित प्रमाण पत्र अपलोड करना होगा। बुनियाद कार्यक्रम को लेकर विभाग की ओर आगामी दिशा-निर्देश बाद में जारी किए जाएंगे। बुनियाद कार्यक्रम के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की तिथि जारी करने के साथ-साथ आठवीं कक्षा में 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली शर्त हटा दी है। इससे सरकारी स्कूलों में नौवीं कक्षा में पढ़ने वाले सभी विद्यार्थियों को फायदा मिलेगा। बुनियाद कार्यक्रम में आठवीं कक्षा सरकारी स्कूल से पास करने वाले और वर्तमान में सरकारी स्कूल में नौवीं कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थी ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे।
सुपर-100 की तर्ज पर लाया कार्यक्रम
शिक्षा विभाग सुपर-100 की तर्ज पर बुनियाद कार्यक्रम लेकर आया है। सुपर-100 में 11वीं और 12वीं के विद्यार्थियों को संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) व राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) की आफलाइन फ्री कोचिंग प्रदेशभर के चार सेंटरों पर दी जा रही है। लेकिन बुनियाद कार्यक्रम के तहत अपने जिले में ही नौवीं कक्षा में पढ़ रहे विद्यार्थियों को पूरी तरह से ऑनलाइन फ्री कोचिंग दी जाएगी।
क्या कहते है बीईओ
महेंद्रगढ़ खंड शिक्षा अधिकारी अलका ने बताया कि स्कूल मुखियाओं को इस बारे में अवगत करा दिया गया है। स्कूल मुखियाओं को संबंधित कक्षा के अधिक से अधिक बच्चों का पंजीकरण करवाने के निर्देश दिए गए है ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चों को इसका लाभ मिल सके।