अखण्ड हरिनाम महामंत्र का आयोजन: 24 तक घंटों तक चला कीर्तन, राम- कृष्ण भक्ति में डूबे भक्त

24 तक घंटों तक चला कीर्तन, राम- कृष्ण भक्ति में डूबे भक्त
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श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर

शहर के प्रवीर वार्ड पनारापारा स्थित श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर में रविवार को अखण्ड हरिनाम महामंत्र का आयोजन सोमवार को सम्पन्न हुआ।

अनिल सामंत- जगदलपुर। शहर के प्रवीर वार्ड पनारापारा स्थित श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर में रविवार को अखण्ड हरिनाम महामंत्र का आयोजन सोमवार को सम्पन्न हुआ। रविवार सुबह 11 बजे से प्रारम्भवैदिक पंडितों के वेद ध्वनि एवं स्वस्ति वाचन के द्वारा विधिविधान के साथ भगवान श्री कृष्ण और श्री राम की पूजा एवं अर्चना कर अखंड हरिनाम संकीर्तन का गणेश पंडित किशोर तिवारी, पंडित चन्दन तिवारी के साथ आचार्य पंडित रोमितराज त्रिपाठी इस अनुष्ठान को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ किया था।

दूसरे दिन दोपहर साढ़े 12 बजे अखंड हरिनाम संकीर्तन सम्पन्न हुआ। पूरे रातभर बस्तर अंचल के विभिन्न गांव से पहुंचे आदिवासी संकीर्तन समूह नाचते-झूमते हरे कृष्ण हरे कृष्ण,कृष्ण कृष्ण हरे- हरे, हरे राम हरे राम, राम- राम हरे का हरिनाम संकीर्तन पूरे भक्तिभाव के साथ रमे रहे। आज भाजपा प्रदेशाध्यक्ष व विधायक किरण देवसिंह, महापौर संजय पाण्डे लक्ष्मीणारायन मंदिर में चल रहे अखंड संकीर्तन हरिनाम महामंत्र धार्मिक आयोजन में पहुंच पूजा अर्चना कर कीर्तन में सम्मलित हुए। अखंड हरिनाम संकीर्तन महामंत्र सम्पन्न होने के बाद आचार्य पण्डित रोमितराज त्रिपाठी के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच जजमान पण्डित मदन दूबे अग्निकुंड ने आहुति डाल हवन पूजन किया गया। महाआरती पश्चात अन्न भोग प्रसाद समस्त श्रद्धालुओं ने ग्रहण किया।


24 घंटे तक चला कीर्तन
रविवार को पूरे रातभर विभिन्न ग्राम अंचलों से पहुंचे संकीर्तन मंडल के मातृ शक्तियां, पुरुष कर्मकर्ता, युवक-युवतियां, वरिष्ठजन व बच्चे पूरे भक्ति भाव से अखंड महामंत्र का जाप करते नाचते झूमते रहे। हरे कृष्ण, हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे, हरे राम, हरे राम राम- राम हरे हरे महामंत्र के जाप करते पूरी भक्तिभाव के साथ 24 घण्टे के बाद पूरा किया। आचार्य पण्डित रोमितराज त्रिपाठी ने बताया यह अष्ट प्रहरी कहलाता है। यह अखंड नाम कीर्तन प्रत्येक वर्ष नृसिंह चतुर्दशी के दिन आरम्भ होकर वैशाख पूर्णिमा में सम्पन्न होता है। अर्थात निरंतर बिना रुके 8 पहर अर्थात 24 घंटे, यह दिव्य हरिनाम कीर्तन चलता रहता है। जिसमें दूर अंचलों से आए भक्त वृंद कलयुग तारण महामंत्र का निरंतर झूमते नाचते कीर्तन रूपी जप करते हैं। अखंड अष्ट प्रहर बीतने के पश्चात ,सभी भक्तों के लिए प्रसाद की व्यवस्था भी नारायण सेवा समिति के द्वारा की गई। जिसमें शहर के गण मान्य नागरिक, जन प्रतिनिधि, एवं मंदिर से जुड़े सभी भक्त वृंद सम्मिलित होते हैं। यह उत्सव इस वर्ष भी 11 मई से 12 मई तक श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर परिसर में मनाया जा रहा हैं।

प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना
जगदलपुर के श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर में नारायण सेवा समिति के द्वारा आयोजित अखण्ड हरिनाम महामंत्र संकीर्तन में सम्मिलित होकर आशीर्वाद प्राप्त किया एवं प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना की। संकीर्तन में शामिल होकर मन को अनोखी शांति और आनंद की अनुभूति हुई। चारों ओर भक्तिमय वातावरण, भक्तों की मधुर ध्वनि में श्रीहरि का नामगान और वाद्य यंत्रों की धुन पर प्रभु के भक्तों के साथ झूमते रहे। भगवान श्री कृष्ण और भगवान श्री राम जी की कृपा सदैव हम सभी पर बनी रहे।


गांव-गांव से पहुंचे अखंड हरिनाम संकीर्तन
लक्ष्मीणारायन मंदिर के प्रधान पुजारी पंडित किशोर तिवारी ने बताया कि पिछले 12 वर्ष से मंदिर प्रांगण में अखण्ड हरिनाम संकीर्तन का धार्मिक आयोजन किया जा रहा है। जिसमे बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्रों से आदिवासी श्रद्धालु पूरे भक्तिभाव के साथ 24 घण्टा अखण्ड संकीर्तन में सम्मिलित हुए। इस दौरान ग्राम केशापुर,के 70 वर्षीय हरि दादा के नेतृत्व में विभिन्न गांव से पहुंचे श्रद्धालु पूरे भक्ति भाव के साथ अखण्ड हरिनाम संकीर्तन महामंत्र का जाप में अपनी सहभागिता पिछले 12 वर्ष से कर रहे है। धार्मिक आयोजन में केशापुर,पंडरीपानी, लेन्ड्रा, कोटमसर, बड़े मुरमा, चिलकुटी,खमारगांव,नवापाडा,टोपर, बड़े बोदल व अन्य गांव के श्रद्धालु सम्मलित हुए। ग्राम अंचलों से पहुंचे समस्त मातृ शक्तियो को साड़ी व पुरुष मंडली को धोती भेंट दिया गया।

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