Health Tips: क्या आप डिनर लेट करते हैं? इन बीमारियों के हो सकते हैं शिकार

देर रात खाना खाता हुआ लड़का
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रात को देर से डिनर करने के नुकसान (Image: grok)

Health Tips: देर रात खाना खाने की आदत पाचन, हार्मोन और नींद की गुणवत्ता को बिगाड़कर कई बीमारियों का खतरा बढ़ाती है। इसलिए वक्त पर खाना बहुत जरूरी है।

Health Tips: रात के समय शरीर आराम चाहता है और पाचन तंत्र भी अपनी रफ्तार धीमी करने लगता है। लेकिन कई लोग काम की व्यस्तता या देर से घर लौटने की वजह से रात का खाना बहुत देर से खाते हैं। यह आदत धीरे-धीरे शरीर को अंदर से कमजोर करने लगती है। विशेषज्ञों का मानना है कि देर से भोजन करना हमारे जैविक घड़ी के विरुद्ध होता है, जिससे पाचन क्रिया, हार्मोन संतुलन और नींद की गुणवत्ता पर गहरा असर पड़ता है।

डॉ. हर्षवर्धन के अनुसार, देर से डिनर करने की आदत कई गंभीर बीमारियों की जड़ बन सकती है। आइए समझते हैं कि यह साधारण दिखने वाली आदत किस तरह से हमारे स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा बन सकती है।

Source: https://hms.harvard.edu/news/late-night-eating-impact

पाचन तंत्र को करता है धीमा

रात के समय शरीर की ऊर्जा कम होने लगती है और पाचन शक्ति भी धीमी हो जाती है। जब हम देर से खाना खाते हैं, तो शरीर को भोजन पचाने के लिए अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है। इसका असर यह होता है कि भोजन देर से पचता है, गैस, भारीपन और अपच की समस्या बढ़ने लगती है। लंबे समय तक ऐसा करने पर पाचन तंत्र कमजोर हो सकता है और पेट से जुड़ी समस्याएँ बार-बार परेशान करती हैं।

वजन बढ़ने की प्रमुख वजह

जब शरीर आराम की तैयारी कर रहा होता है, उस समय भोजन करने पर कैलोरी ठीक से खर्च नहीं हो पातीं। ये कैलोरी शरीर में चर्बी के रूप में जमा होने लगती हैं। इसके अलावा देर से भोजन करने पर भूख ज्यादा लगती है, जिससे व्यक्ति जरूरत से ज्यादा खा लेता है। यह आदत मोटापे का बड़ा कारण बन जाती है।

सीने में जलन की समस्या बढ़ती है

देर से खाना खाने के तुरंत बाद लेटने पर भोजन और अम्ल वापस ऊपर की ओर आने लगते हैं। इससे सीने में जलन, खट्टी डकारें और गले में जलन जैसी समस्याएँ उत्पन्न होती हैं। अगर यह समस्या बार-बार हो, तो यह आमाशय संबंधी गंभीर रोगों का कारण बन सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, देर रात खाना खाने वाले लोगों में अम्लपित्त की समस्या अधिक पाई जाती है।

नींद की गुणवत्ता पर पड़ता है असर

रात का भोजन देर से करने पर शरीर पाचन में लगा रहता है और दिमाग को आराम नहीं मिल पाता। इससे नींद आने में दिक्कत होती है और नींद बार-बार टूट सकती है। खराब नींद के कारण अगले दिन थकान, चिड़चिड़ापन, तनाव और कमजोरी महसूस होती है। यदि यह आदत लंबे समय तक जारी रहे तो यह मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डाल सकती है।

हृदय स्वास्थ्य का खतरा

लगातार देर से खाने की आदत से मोटापा, उच्च रक्तचाप, तनाव और शर्करा की समस्या बढ़ सकती है। ये सभी स्थितियाँ मिलकर हृदय रोगों का जोखिम बढ़ा देती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि देर से भोजन करने वालों में हृदय संबंधी बीमारियाँ जल्दी विकसित हो सकती हैं, क्योंकि शरीर रात के समय आराम चाहता है, लेकिन देर से खाना उसकी सामान्य क्रिया में बाधा डालता है।

हार्मोन संतुलन बिगड़ता है

हमारे हार्मोन का संबंध नींद, पाचन और ऊर्जा के स्तर से होता है। देर से खाना खाने पर जैविक घड़ी असंतुलित हो जाती है, जिससे हार्मोन प्रभावित होते हैं। लम्बे समय तक यह समस्या रहने पर त्वचा, बालों, मूड और प्रतिरोधक क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

देर से डिनर करने की आदत कैसे छोड़ें?

  • रात का भोजन सोने से कम से कम दो से दो घंटे पहले कर लें।
  • दिनभर के भोजन का समय निश्चित करें।
  • रात में हल्का और पचने योग्य भोजन लें।
  • मोबाइल, टीवी या लैपटॉप में उलझकर देर से न खाएं।

देर रात खाना खाने की आदत दिखने में सामान्य लग सकती है, लेकिन यह शरीर में कई गंभीर समस्याओं की शुरुआत कर सकती है। समय पर भोजन करना न सिर्फ पाचन को मजबूत करता है, बल्कि वजन नियंत्रित रखता है, मधुमेह और हृदय संबंधी बीमारियों का जोखिम भी कम करता है।

(Disclaimer): ये लेख सामान्य जानकारी के लिए दिया गया है। हरिभूमि इसकी पुष्टि नहीं करता, अगर आपको किसी तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्या है तो डॉक्टर से सलाह लें।

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