Sawan 2025: दूसरे सोमवार को किस रंग की साड़ी पहनें, भगवान शिव को प्रिय है ये रंग

सावन के दूसरे दिन पहनें पीले रंग की साड़ी (Image: Grok)
सावन का महीना हिंदू धर्म में आस्था, भक्ति और शिव आराधना का पवित्र समय माना जाता है. ये महीना विशेष रूप से महिलाओं के लिए भी खास होता है, क्योंकि वे इस दौरान सोमवार का व्रत रखकर भगवान शिव और माता पार्वती से सुख, सौभाग्य और परिवार की खुशहाली की कामना करती हैं।
इसी बीच यह भी जानना जरूरी है कि, सावन का दूसरा सोमवार और उससे जुड़ा शुभ रंग क्या है? अगर आप भी इस दिन व्रत रख रही हैं और भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सही रंग की साड़ी पहनना चाहती हैं, तो यह जानकारी आपके लिए है। जानिए किस रंग की साड़ी पहनने से आपकी पूजा और भी अधिक फलदायी मानी जाएगी।

दूसरे सोमवार का शुभ रंग
सावन के दूसरे सोमवार के लिए शुभ रंग पीला माना गया है। यह रंग न केवल भगवान शिव के प्रति भक्ति को दर्शाता है, बल्कि यह आध्यात्मिक ऊर्जा, ज्ञान और शांति का प्रतीक भी है। पीला रंग सकारात्मकता और सौम्यता का प्रतीक माना जाता है, जो शिव जी के शांत और करुणामयी स्वरूप से जुड़ता है।
पीले रंग की साड़ी पहनने के फायदे
शिव जी की कृपा: पीला रंग पहनकर शिव पूजा करने से कहा जाता है कि भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
सकारात्मक ऊर्जा: पीला रंग आत्मिक संतुलन और मन की शांति बढ़ाने वाला रंग है।
विवाह योग्य कन्याओं के लिए शुभ: जो कन्याएं शिव जी से अच्छे जीवनसाथी की कामना करती हैं, उनके लिए पीला रंग विशेष शुभ माना जाता है।
धार्मिक अनुष्ठान में उपयोगी: पूजा-पाठ, व्रत और हवन आदि में पीले वस्त्र पहनना धार्मिक दृष्टि से लाभकारी होता है।
पूजा विधि और पीले रंग का महत्व
इस दिन सुबह स्नान के बाद पीले रंग की साड़ी या सूती वस्त्र धारण करें। शिवलिंग पर पीले फूल अर्पित करें और गाय के घी से दीपक जलाएं। कहा जाता है कि इस दिन पीले रंग के वस्त्र पहनकर शिव-पार्वती की आराधना करने से वैवाहिक जीवन में प्रेम और समर्पण बढ़ता है।
सजने-संवरने के साथ जुड़ी श्रद्धा
महिलाएं इस दिन पीले रंग की साड़ी के साथ पीले चूड़ी, बिंदी और सिंदूर का भी प्रयोग करती हैं। यह ना केवल सुंदरता को बढ़ाता है, बल्कि भक्ति की भावना को भी गहरा करता है।
सावन का दूसरा सोमवार भक्ति, श्रद्धा और रंगों की शक्ति को महसूस करने का दिन है। पीला रंग, शिव जी की कृपा पाने का माध्यम बन सकता है। इस दिन पीली साड़ी पहनकर आप न केवल भगवान शिव को प्रसन्न करेंगी, बल्कि अपने जीवन में भी सुख, शांति और शुभता को आमंत्रित करेंगी।
