Sawan Somwar: सावन के आखिरी सोमवार पर किस रंग की साड़ी पहनें, जानिए महत्व

सावन सोमवार के चौथे दिन पीले रंग की साड़ी पहनें (Image: AI)
सावन का महीना भगवान शिव की भक्ति के लिए सबसे पवित्र माना जाता है। खासकर सावन का सोमवार पर जब शिवभक्त व्रत रखते हैं, मंदिरों में जलाभिषेक करते हैं और भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए विशेष पूजा-पाठ करते हैं। ऐसे में इस विशेष दिन पर क्या किस रंग की साड़ी पहनना चाहिए.
अगर आप भी सावन के आखिरी सोमवार पर व्रत रख रही हैं और सोच रही हैं कि कौन-सी साड़ी पहनें जिससे पूजा का प्रभाव और अधिक बढ़े तो इस बार पीले रंग की साड़ी आपके लिए एक शुभ विकल्प हो सकती है। पीला रंग सिर्फ एक फैशन चॉइस नहीं, बल्कि आध्यात्मिक ऊर्जा और सकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है।
क्यों पहनें पीले रंग की साड़ी?
धार्मिक महत्व
पीला रंग हिंदू धर्म में शुभता, ज्ञान और ऊर्जा का प्रतीक है। यह रंग देवी पार्वती की कृपा और भगवान शिव की शांति का प्रतिनिधित्व करता है। खासकर सावन के आखिरी सोमवार को पीले वस्त्र पहनकर व्रत रखने से माना जाता है कि वैवाहिक सुख की प्राप्ति होती है और दांपत्य जीवन में प्रेम बना रहता है।
शास्त्रों में वर्णन
धार्मिक ग्रंथों में भी रंगों के महत्व का उल्लेख किया गया है। सोमवार को विशेष रंगों में पूजा करने से मनोवांछित फल मिलते हैं। पीला रंग मानसिक स्थिरता और आध्यात्मिक उन्नति को बढ़ाता है, इसलिए यह व्रत के दिन के लिए उपयुक्त माना जाता है।
सौंदर्य और शुद्धता का भाव
पीली साड़ी पारंपरिक परिधान में सुंदरता के साथ-साथ एक शांत भाव भी दर्शाती है। यह आपको पूजा में पूर्ण श्रद्धा के साथ सम्मिलित होने का आत्मविश्वास भी देती है। खासकर यदि साड़ी में हल्के ट्रेडिशनल डिज़ाइन या शिव-पार्वती की कढ़ाई हो तो यह और भी खास बन जाती है।
पीली साड़ी को कैसे स्टाइल करें?
- ब्लाउज का चयन: पीली साड़ी के साथ गोल्डन या व्हाइट रंग का ब्लाउज खूबसूरत लगेगा।
- ज्वेलरी: मंदिर ज्वेलरी, चूड़ियां और बिंदी से लुक को कम्प्लीट करें।
- हेयरस्टाइल: पारंपरिक जूड़ा बनाकर उसमें गजरा लगाएं, इससे भक्तिमय लुक और भी प्रभावशाली लगेगा।
अगर आप चाहती हैं कि, सावन के इस आखिरी सोमवार को आपकी भक्ति भी पूर्ण हो और आपकी उपस्थिति भी आकर्षक लगे तो पीली साड़ी पहनना एक उत्तम विकल्प है। यह न सिर्फ शिवभक्ति को दर्शाता है, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा और शुभता को भी आपके जीवन में लाता है।
