health tips: 10 हजार कदम भूल जाइए, रोज 30 मिनट इस तरह करें वॉकिंग, जिम में घंटों पसीना बहाने से ज्यादा बेहतर!

What is Japanese interval walking
health tips: अगर आप फिट रहने के लिए घंटों जिम नहीं जाना चाहते या रोज 10 हजार कदम चलने का टाइम नहीं निकाल पाते, तो जापानी वॉकिंग आपके लिए परफेक्ट है। जापान के प्रोफेसर हीरोशी नोसे और उनके साथी शिजुए मासुकी द्वारा तैयार की गई यह वॉकिंग तकनीक अब दुनियाभर में तेजी से पॉपुलर हो रही।
जापानी वॉकिंग एक सिंपल लेकिन असरदार वर्कआउट टेक्निक है, जिसमें इंटरवल वॉकिंग की जाती है। इसमें 3 मिनट तेज़ गति से चलना होता है, फिर अगले 3 मिनट धीमे चलना होता है। यह चक्र 30 मिनट तक दोहराया जाता है। हफ्ते में 4 दिन इसे करने की सलाह दी जाती है।
डायबिटीज के मरीजों पर असरदार
2025 में जर्नल ऑफ डायबिटीज इन्वेस्टिगेशन में छपी एक क्लीनिकल ट्रायल के मुताबिक, यह वॉकिंग तकनीक टाइप 2 डायबिटीज और पैरों में कमजोरी वाले लोगों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हुई। पांच महीने चले इस ट्रायल में 50 मरीजों को दो ग्रुप में बांटा गया- एक ग्रुप ने हाई-इंटेंसिटी इंटरवल वॉकिंग की, जबकि दूसरे ग्रुप ने सामान्य रफ्तार से चलने की एक्सरसाइज की।
स्टडी में पाया गया कि इंटरवल वॉकिंग करने वाले लोगों की चलने की स्पीड और दिनचर्या की गुणवत्ता में बड़ा सुधार देखा गया। घुटने की स्ट्रेंथ में बड़ा फर्क नहीं दिखा, लेकिन उनकी डेली मूवमेंट और एक्टिवनेस में जबरदस्त फायदा हुआ।
इंटरवल वॉकिंग से ब्ल ड प्रेशर भी कंट्रोल होता
इस तकनीक से न केवल चलने की ताकत बढ़ती है, बल्कि ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है, मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है और शरीर की ऑक्सीजन लेने की क्षमता (VO₂max) भी बढ़ती है। सबसे खास बात-इसके लिए किसी महंगे इक्विपमेंट या एक्स्ट्रा टाइम की जरूरत नहीं होती।
जापानी वॉकिंग यह साबित करती है कि अगर चलने के तरीके में थोड़ा बदलाव किया जाए, तो सेहत में बड़ा सुधार लाया जा सकता है। खासकर बुजुर्गों, डायबिटीज से जूझ रहे लोगों या ऑफिस में बैठे-बैठे थक चुके लोगों के लिए यह तकनीक किसी वरदान से कम नहीं।
(प्रियंका कुमारी)
(disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सामान्य जानकारी के लिए है। हरिभूमि इसकी पुष्टि नहीं करता है। डाइट को लेकर किसी भी सलाह या सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर/विशेषज्ञ से जरूर परामर्श लें।)
