Smoking Side Effects: स्मोकिंग की आदत कम कर रही है आपकी उम्र, जानिए इससे कैसे बचें

स्मोकिंग करते हुए दो व्यक्ति
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सिगरेट का धुआं कर देगा बर्बाद (Image: grok 

Smoking Side Effects: सिगरेट का धुआं धीरे-धीरे आपकी उम्र को कम कर सकता है। इसलिए जानिए कैसे स्मोकिंग आपकी सेहत पर बुरा असर डालती है और इससे बचने के उपाय।

Smoking Side Effects: सिगरेट का धुआं सिर्फ हवा में नहीं घुलता, बल्कि धीरे-धीरे इंसान की उम्र को भी अपने साथ उड़ा ले जाता है। बहुत से लोग तनाव या आदत के कारण सिगरेट पीना शुरू करते हैं, लेकिन धीरे-धीरे यह आदत लत में बदल जाती है। शुरू में लगता है कि एक-दो कश से कुछ नहीं होगा, लेकिन ये आपके दिल और त्वचा तक को नुकसान पहुंचाने लगता है।

इस मसले को लेकर डॉ. अरुण वारियर का क्या कहना है सुनिए...

स्मोकिंग शरीर को कैसे नुकसान पहुंचाती है

  • स्मोकिंग में मौजूद निकोटिन और टार शरीर के अंदर ज़हर की तरह काम करते हैं।
  • फेफड़ों पर असर: लगातार धुआं खींचने से फेफड़ों की कार्यक्षमता घटने लगती है, जिससे सांस लेने में दिक्कत होती है।
  • दिल की बीमारी: सिगरेट में मौजूद रसायन रक्त वाहिकाओं को संकुचित कर देते हैं, जिससे दिल के दौरे और उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ता है।
  • त्वचा पर असर: स्मोकिंग करने वालों की त्वचा समय से पहले बूढ़ी दिखने लगती है। झुर्रियाँ, रूखापन और त्वचा का फीका पड़ना इसका परिणाम है।
  • प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होना: सिगरेट शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम कर देती है, जिससे व्यक्ति आसानी से बीमार पड़ने लगता है।

मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है असर

कई लोग यह सोचते हैं कि सिगरेट तनाव कम करती है, लेकिन यह केवल एक भ्रम है। निकोटिन अस्थायी रूप से मस्तिष्क में डोपामिन छोड़ता है, जिससे थोड़ी राहत महसूस होती है, मगर धीरे-धीरे यह आदत मानसिक निर्भरता में बदल जाती है। इसके परिणामस्वरूप चिंता, चिड़चिड़ापन और अनिद्रा जैसी समस्याएँ बढ़ जाती हैं।

स्मोकिंग छोड़ना इतना मुश्किल क्यों है

सिगरेट में मौजूद निकोटिन एक ऐसा तत्व है जो मस्तिष्क को लत की तरह अपनी गिरफ्त में ले लेता है। शरीर इसके बिना बेचैन महसूस करने लगता है। यही वजह है कि स्मोकिंग छोड़ने की कोशिश करते हुए व्यक्ति को सिरदर्द, मूड में बदलाव और थकान जैसी परेशानियाँ झेलनी पड़ती हैं।

स्मोकिंग छोड़ने के प्राकृतिक उपाय

तुलसी के पत्ते चबाएं

तुलसी निकोटिन की तलब को कम करने में मदद करती है। जब भी सिगरेट पीने का मन करे, तुलसी के कुछ पत्ते चबाएं।

शहद और नींबू का मिश्रण

शहद शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालता है और नींबू फेफड़ों की सफाई में सहायक है। रोज़ाना सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में इन्हें मिलाकर पिएँ।

पानी का अधिक सेवन करें

अधिक पानी पीने से शरीर से निकोटिन जल्दी बाहर निकलता है। साथ ही यह मन को भी शांत रखता है।

मुलेठी की जड़ चबाएं

मुलेठी मुंह के स्वाद को बदलकर सिगरेट की इच्छा को घटाती है। जब भी सिगरेट पीने का मन करे, मुलेठी की जड़ चबाएँ।

गहरी सांस लेने का अभ्यास करें

जब सिगरेट की तलब उठे, तो 5 गहरी सांसें लेकर धीरे-धीरे छोड़ें। इससे मन शांत होगा और सिगरेट की चाह कम होगी।

स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं

  • नियमित व्यायाम करें, ताकि शरीर में ऊर्जा बनी रहे।
  • आहार में फल, हरी सब्ज़ियां और सूखे मेवे शामिल करें।
  • पर्याप्त नींद लें, ताकि शरीर और मस्तिष्क दोनों को आराम मिल सके।
  • तनाव कम करने के लिए ध्यान या योग का अभ्यास करें।

स्मोकिंग छोड़ने के बाद शरीर में क्या बदलाव आते हैं

  • कुछ ही दिनों में सांस लेने में सुधार महसूस होता है।
  • त्वचा में निखार और रंगत लौटने लगती है।
  • रक्त संचार बेहतर होता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा घटता है।
  • स्वाद और गंध की क्षमता फिर से सामान्य हो जाती है।
  • मानसिक स्थिरता और आत्मविश्वास बढ़ता है।

सिगरेट से मिलने वाला सुख आपकी उम्र, सेहत और खुशियों को छीन लेता है। स्मोकिंग छोड़ना मुश्किल जरूर है, लेकिन नामुमकिन नहीं। थोड़ी हिम्मत, सही दिशा और दृढ़ निश्चय के साथ आप इस लत को हमेशा के लिए अलविदा कह सकते हैं।

(Disclaimer): ये लेख सामान्य जानकारी के लिए दिया गया है। हरिभूमि इसकी पुष्टि नहीं करता, अगर आप सिगरेट पीना सच में छोड़ना चाहते हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें।

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