Summer Trip: भारत का 'मिनी कश्मीर' है मुनस्यारी, गर्मियों में घूमने के लिए स्वर्ग से कम नहीं ये जगह

Summer Trip: अगर आप गर्मियों की छुट्टियों में पहाड़ों की ओर रुख करने की सोच रहे हैं, लेकिन कश्मीर तक नहीं पहुंच पा रहे, तो निराश होने की जरूरत नहीं है। उत्तराखंड में बसा मुनस्यारी, जिसे 'भारत का मिनी कश्मीर' कहा जाता है, आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
मुनस्यारी, उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित एक शांत और सुरम्य पहाड़ी कस्बा है, जो अपनी नैसर्गिक सुंदरता, बर्फ से ढके हिमालयी पहाड़ों और ठंडी, ताजगी भरी हवा के लिए जाना जाता है। यहां की हरियाली, ऊँचे देवदार के पेड़, और साफ-सुथरा वातावरण आपको कश्मीर की याद दिला देंगे।

क्यों है मुनस्यारी खास?
मुनस्यारी का मतलब होता है 'बर्फ की जगह', और यह नाम इसे जलवायु और भौगोलिक स्थिति के कारण मिला है। पंचाचूली की पहाड़ियों की गोद में बसा यह स्थान ट्रेकिंग, कैंपिंग और फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए किसी खजाने से कम नहीं।
यहां से आप नंदा देवी, त्रिशूल और पंचाचूली जैसी हिमालय की चोटियों का नज़ारा साफ देख सकते हैं। सुबह-सुबह पहाड़ों पर सूरज की किरणें पड़ते देखना एक ऐसा अनुभव है जो ज़िंदगी भर याद रहेगा।

जब देश के अधिकांश हिस्सों में तापमान 40 डिग्री के पार चला जाता है, मुनस्यारी में आपको 10 से 20 डिग्री के बीच का खुशनुमा मौसम मिलता है। मई और जून का महीना यहां घूमने के लिए सबसे अनुकूल समय है क्योंकि न बर्फबारी की वजह से रास्ते बंद होते हैं और न ही बारिश से परेशानी होती है।
यहां की ठंडी हवाएं, साफ नीला आसमान और शांत वातावरण गर्मी की छुट्टियों को सुकूनभरा और यादगार बना देते हैं।
इन जगहों को भूलकर भी न करें मिस
- पंचाचूली व्यूपॉइंट
- बिर्थी वॉटरफॉल
- नंदा देवी मंदिर
- थामरी कुंड
- कालामुनि टॉप
कैसे पहुंचे मुनस्यारी?
- निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम है, जो मुनस्यारी से लगभग 280 किमी दूर है।
- मुनस्यारी जाने के लिए निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर एयरपोर्ट है। यह मुनस्यारी से लगभग 300 किमी की दूरी पर है।
- आप चाहें तो सड़क मार्ग से भी जा सकते हैं। इसके लिए आपको हल्द्वानी, अल्मोड़ा और बागेश्वर जैसे शहरों से मुनस्यारी के लिए नियमित बसें और टैक्सी आसानी से मिल जाएंगी।
कहां ठहरें?
मुनस्यारी में कई खूबसूरत गेस्ट हाउस, होमस्टे और होटल्स मिल जाएंगे, जहां से आप सीधे पहाड़ों के दर्शन कर सकते हैं। कुछ जगहों पर कैंपिंग का भी विकल्प मौजूद है।
(काजल सोम)