Kidney Stone: किडनी शरीर के अहम अंगों में से एक है। यह शरीर में खून को साफ करके विषाक्त पदार्थों को बाहर निकलती है। हमारी रोजमर्रा की कई आदतों तथा गलत खान-पान के कारण किडनी के अंदर ये विषैले पदार्थ जमने लगते है जो आगे चलकर पथरी का रूप ले लेते हैं। किडनी स्टोन काफी दर्दनाक होता है। अगर आपको भी किडनी स्टोन की समस्या है तो आप इन आदतों में सुधार करके इससे छुटकारा पा सकते है। 

1. कम पानी पीने के कारण 
शरीर को हेल्दी रखने के लिए पानी पीना बेहद जरूरी है। कम पानी पीने के कारण यूरिन गाढ़ा हो जाता है, जिससे पथरी बनने का खतरा हो सकता है। इसलिए प्रतिदिन पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बेहद जरूरी है। पानी पीने का सबसे सही व अच्छा तरीका है कि आप इसको पूरे दिन में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पीतें रहें। 

2. कैल्शियम की कमी
शरीर में कैल्शियम बहुत जरूरी होता है। इसकी कमी से किडनी में पथरी होने का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए अपनी डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करें जिससे शरीर को सभी पोषक तत्व आसानी से मिल सकें। 

3. सोडियम का अधिक सेवन
सोडियम यानि नमक का अधिक मात्रा में सेवन किडनी के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। सोडियम किडनी से कैल्शियम को यूरिन के रास्ते बाहर निकालने के लिए मजबूर करता है। 

4. मांसाहार अधिक खाना
मांसाहार का जरूरत से ज्यादा सेवन किडनी में पथरी के खतरे को बढ़ा सकता है। शरीर में अधिक प्रोटीन से यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ा जाती है, जो पथरी का प्रमुख कारण है। 

5. अधिक मात्रा में ऑक्सलेट युक्त फूड प्रोडक्ट का सेवन 
अधिक मात्रा में ऑक्सलेट युक्त फूड प्रोडक्ट का सेवन यूरिन में कैल्शियम ऑक्सालेट क्रिस्टल बना सकता है। यह आगे चलकर पथरी का रूप ले सकता है। इसलिए ऑक्सलेट युक्त फूड प्रोडक्ट जैसे- पालक, चुकंदर, चॉकलेट और काजू आदि को सीमित मात्रा में खाना चाहिए। 

6. मोटापा
मोटापा सेहत के लिए घातक होता है। इससे शरीर में कई प्रकार की बीमारियां पैदा होने का खतरा रहता है। इसके अलावा मोटापे से शरीर में ब्लड शुगर का लेवल बढ़ सकता है तथा यूरिक एसिड की मात्रा भी बढ़ सकती है, जो किडनी की हेल्थ के लिए ठीक नहीं है। 

7. बीज वाले फूड प्रोडक्ट्स
बीज वाले फूड प्रोडक्टस अधिक मात्रा में खाने से किडनी पर व्यापक असर पड़ता है। इनमें ऑक्सालेट की मात्रा अधिक होती है, जिससे किडनी में पथरी होने का खतरा बढ़ जाता है। 


[डिस्क्लेमर: यहां दी गई सामग्री केवल सामान्य जानकारी के लिए है। हरिभूमि इसकी पुष्टि नहीं करता है।]