Health Tips: बच्चों को कोरोना वायरस से बचाकर रखें, ये गलतियां बिलकुल न करें

एक मां की चिंता जब बच्चा स्कूल से लौटता है और वह पूछती है, "हाथ धोए थे? मास्क पहना था?" यह कोई आम पूछताछ नहीं, बल्कि एक मां की उस वायरस से लड़ने की कोशिश है जिसने पूरी दुनिया को हिला दिया है। भले ही अब कोविड की लहरें धीमी पड़ चुकी हों, लेकिन यह मान लेना कि खतरा पूरी तरह खत्म हो गया है, सबसे बड़ी भूल हो सकती है। खासकर तब, जब बात बच्चों की हो, जिनकी इम्युनिटी बड़ों के मुकाबले कमजोर होती है। इसलिए आइए जानें कि बच्चों को कोरोना वायरस से सुरक्षित रखने के लिए किन गलतियों से बचना जरूरी है।
बच्चों को मास्क पहनाना बंद कर देना
अब जब नियम थोड़े ढीले हो चुके हैं, कई पेरेंट्स ने बच्चों को मास्क पहनाना लगभग बंद कर दिया है। लेकिन याद रखें, भीड़-भाड़ वाले स्थानों, स्कूल, मॉल या पार्क जैसी जगहों पर वायरस का खतरा अब भी बना हुआ है। मास्क पहनने से न सिर्फ कोविड से बल्कि अन्य वायरल इंफेक्शनों से भी बचाव होता है।
हाथ धोने की आदत न डालना
बच्चों को बार-बार हाथ धोना झुंझलाहट भरा लग सकता है, लेकिन यही आदत उन्हें कई बीमारियों से बचा सकती है। खेलने के बाद, खाना खाने से पहले, स्कूल से आने के बाद, इन सब मौकों पर हाथ धोने की आदत बच्चों में बचपन से ही डालनी चाहिए। साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोना चाहिए और यदि संभव न हो तो सैनीटाइज़र का प्रयोग करें.
सर्दी-खांसी को हल्के में लेना
बच्चों में हल्की खांसी या जुकाम को कई बार माता-पिता सामान्य मौसमी बीमारी मानकर अनदेखा कर देते हैं। लेकिन आज के दौर में किसी भी लक्षण को हल्के में लेना खतरे की घंटी हो सकता है। यदि बच्चा बार-बार बीमार हो रहा है, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। खासकर कोरोना के कई मामले बिना तेज बुखार के भी सामने आ चुके हैं, इसलिए सतर्क रहना बेहद जरूरी है।
बच्चों की इम्युनिटी का ध्यान नहीं देना
बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रखना आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है। हेल्दी डाइट, पर्याप्त नींद, शारीरिक गतिविधि और हाइजीन, ये चार बातें उनकी इम्युनिटी का मूल आधार हैं। उन्हें घर के बने पौष्टिक आहार दें, फास्ट फूड और कोल्ड ड्रिंक्स से दूर रखें।
बच्चों की सुरक्षा केवल एक नियम नहीं, बल्कि हर माता-पिता की जिम्मेदारी है। याद रखें, कोरोना से बचाव का सबसे मजबूत हथियार जागरूकता और सतर्कता है। अगर हम आज सतर्क रहेंगे, तो कल हमारे बच्चे स्वस्थ, सुरक्षित और खुशहाल भविष्य की ओर कदम बढ़ाएंगे।