Mental Health Awareness: मेंटल हेल्थ ठीक करने की नहीं लेनी पड़ेगी दवाई! रोजाना करें 5 काम

मानसिक तनाव
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मानसिक तनाव को कैसे कम करें (Image: grok)

Mental Health Awareness: दवाइयों के बिना मानसिक स्वास्थ्य सुधारने के आसान और प्रभावी उपाय। ये आपके तनाव, चिंता और मानसिक थकान को दूर करेंगे।

Mental Health Awareness: आजकल मानसिक थकान का बोझ लगभग हर किसी के कंधों पर दिखाई देता है। कई लोग तनाव, चिंता और अवसाद जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं, लेकिन समझ नहीं पाते कि, उनका समाधान दवाइयों के बिना भी संभव है। मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूक होना आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता बन गई है।

विशेषज्ञ डॉ. नंद कुमार का कहना है कि, मानसिक सेहत सुधारने के लिए रोजाना केवल एक बेहद सरल कार्य अपनाना भी बड़ी राहत दे सकता है और वह है स्वयं से बात करना और कुछ क्षण शांति में बिताना। यह साधारण-सा अभ्यास मन को संतुलन और आराम देता है, जिससे मानसिक समस्याएं धीरे-धीरे कम होने लगती हैं।

दवाइयों पर निर्भरता क्यों बढ़ रही है?

आज लोग मानसिक समस्याओं के लिए दवाइयों पर तेजी से निर्भर होते जा रहे हैं। इसका एक बड़ा कारण है समय की कमी और स्वयं को प्राथमिकता न दे पाना।

  • काम की भागदौड़
  • मोबाइल और इंटरनेट का अत्यधिक उपयोग
  • परिवार और सामाजिक जिम्मेदारी
  • नींद की अनियमित आदत
  • लगातार चिंता और तनाव

ये सब मिलकर मन को बेहद थका देते हैं। ऐसे में लोग तुरंत राहत पाने के लिए दवाइयों का सहारा लेने लगते हैं। लेकिन मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यदि हम थोड़े-से प्रयास रोजाना कर लें, तो कई समस्याएँ बिना दवाई के भी नियंत्रित हो सकती हैं।

मानसिक स्वास्थ्य सुधारने का सबसे सरल उपाय

कई अध्ययनों में यह सिद्ध हुआ है कि अगर कोई व्यक्ति हर दिन केवल कुछ मिनट अपने मन की सुनने और उसे शांत करने में लगाए, तो मानसिक सेहत में बड़ा सुधार देखा जा सकता है।

  • चुपचाप बैठकर गहरी सांसें लेना
  • किसी शांत जगह पर कुछ मिनट अकेले रहना
  • मन में चल रहे विचारों को कागज़ पर लिखना
  • आंखें बंद करके शरीर को ढीला छोड़ देना
  • अपने आप से सकारात्मक बातें करना

यह छोटा-सा अभ्यास मन में जमा तनाव को बाहर निकालता है और सोचने की शक्ति को संतुलित करता है।

क्यों जरूरी है स्वयं से बात करना?

स्वयं से बात करना कोई कमजोरी नहीं, बल्कि मन को समझने की प्रक्रिया है।

  • मन में दबे भाव खुलकर बाहर आते हैं।
  • निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है।
  • आत्मविश्वास मजबूत होता है।
  • नकारात्मक विचार कम होते हैं।
  • दिन कैसा बीता, इसका विश्लेषण कर पाते हैं।

मन को शांत करने का प्राकृतिक तरीका

  • धीरे-धीरे सांस अंदर लें
  • कुछ सेकंड रोकें
  • धीरे-धीरे बाहर छोड़ें

यह तरीका मस्तिष्क में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाता है, जिससे चिंता, घबराहट और तनाव तुरंत कम हो जाते हैं।

प्रकृति के करीब रहना

  • मन शांत होता है
  • भावनात्मक तनाव कम होता है
  • नकारात्मक विचार दूर होते हैं
  • नींद बेहतर आती है

सिर्फ 20 मिनट पेड़ों, पौधों या खुले आकाश को देखने से भी मानसिक शांति मिलती है।

मोबाइल से दूरी

  • आज मानसिक समस्याओं का एक बड़ा कारण है मोबाइल और इंटरनेट का अत्यधिक उपयोग।
  • रोजाना कुछ समय मोबाइल को दूर रखकर अपनी साँसों, वातावरण और भावनाओं पर ध्यान दें।
  • इससे मन को राहत मिलती है और मस्तिष्क साफ महसूस करता है।

खुद की तारीफ करना

  • मैं ठीक हूँ
  • मैं सक्षम हूँ
  • मैं आज अच्छा करूंगा
  • मेरा मन मजबूत है

ये छोटे-छोटे वाक्य मानसिक सेहत को बेहद मजबूत बनाते हैं।

मानसिक समस्याओं से लड़ने के लिए हमेशा दवाइयों की जरूरत नहीं होती। यदि हम रोज कुछ मिनट अपने मन को समझने, शांति देने और प्रकृति के करीब रहने में लगाएं, तो मानसिक संतुलन स्वयं बनने लगता है। यह छोटा-सा काम आपका मन हल्का करेगा, तनाव दूर करेगा और आपको जीवन की ओर सकारात्मक दृष्टि से देखने की शक्ति देगा।

(Disclaimer): ये लेख सामान्य जानकारी के लिए दिया गया है, हरिभूमि इसकी पुष्टि नहीं करता, अगर आपको मेंटल हेल्थ या डिप्रेशन की समस्या है तो तुरंत डॉक्टर से मुलाकात करें।

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