Vitamin D: शरीर में हो गई है विटामिन डी की कमी? 5 तरीकों से दोबारा लेवल कर लें मेंटेन, रहेंगे हेल्दी

विटामिन डी की कमी दूर करने के तरीके।
Vitamin D: विटामिन D हमारे शरीर के लिए उतना ही जरूरी है जितना कैल्शियम और प्रोटीन। यह हड्डियों को मजबूत रखने, इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने और मूड बैलेंस करने में अहम भूमिका निभाता है। लेकिन आज की लाइफस्टाइल, ऑफिस वर्क और सूरज की रोशनी से दूरी के चलते बड़ी संख्या में लोग इसकी कमी से जूझ रहे हैं।
विटामिन D की कमी लंबे समय तक बनी रहे तो इससे थकान, हड्डियों में दर्द, मांसपेशियों की कमजोरी और बार-बार बीमार पड़ने जैसी समस्याएं शुरू हो सकती हैं। अच्छी बात ये है कि इसे कुछ आसान उपायों से नियंत्रित और दूर किया जा सकता है। आइए जानते हैं ऐसे 5 असरदार तरीके जिनसे आप शरीर में विटामिन D की मात्रा को बढ़ा सकते हैं।
5 टिप्स आ सकती हैं काम
धूप में समय बिताएं
विटामिन D का सबसे प्राकृतिक स्रोत सूरज की रोशनी है। सुबह 8 से 10 बजे के बीच 15 से 30 मिनट तक रोजाना धूप में रहना लाभकारी होता है। यह स्किन के जरिए शरीर को पर्याप्त विटामिन D बनाने में मदद करता है। कोशिश करें कि बिना सनस्क्रीन के कम से कम चेहरे, हाथ और पैरों पर सूरज की रोशनी पड़े।
विटामिन D युक्त भोजन लें
कुछ फूड आइटम्स जैसे फोर्टिफाइड दूध, अंडे की ज़र्दी, मशरूम, फैटी फिश (जैसे सैल्मन और टूना) और चीज़ आदि में विटामिन D होता है। इन्हें अपने डेली डाइट में शामिल करें। अगर आप शाकाहारी हैं, तो मशरूम और फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ खासतौर पर फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
सप्लीमेंट का सहारा लें (डॉक्टर की सलाह से)
अगर विटामिन D की कमी ज्यादा हो, तो डॉक्टर विटामिन D3 सप्लीमेंट लेने की सलाह दे सकते हैं। ये टैबलेट, कैप्सूल या ड्रॉप्स के रूप में मिलते हैं। बिना जांच या डॉक्टर की सलाह के सप्लीमेंट न लें क्योंकि इसकी ओवरडोज नुकसानदायक हो सकती है।
फोर्टिफाइड प्रोडक्ट्स अपनाएं
आजकल मार्केट में ऐसे कई उत्पाद मौजूद हैं जिनमें विटामिन D को फोर्टिफाई किया गया है, जैसे कि ब्रेकफास्ट सीरियल्स, सोया मिल्क, दही और ऑरेंज जूस आदि। ये ऐसे लोग जो धूप में कम निकलते हैं, उनके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं।
नियमित जांच करवाएं
अगर आपको बार-बार कमजोरी, हड्डियों में दर्द या मूड स्विंग जैसी समस्याएं हो रही हैं, तो विटामिन D की जांच जरूर करवाएं। समय-समय पर ब्लड टेस्ट से आप इसके स्तर पर नजर रख सकते हैं और जरूरत पड़ने पर सही कदम उठा सकते हैं।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)
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