Tomato Plantation: गमले में उगाएं टमाटर, इस तरीके से करें देखभाल, बाजार से खरीदने की नहीं पड़ेगी ज़रूरत!

गमले में टमाटर उगाने और देखभाल का तरीका
Tomato Plantation: आप भी रोज़मर्रा की सब्ज़ियों में सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाले टमाटर के बढ़ते दामों से परेशान हैं, तो अब चिंता छोड़ दीजिए। थोड़ी-सी मेहनत और सही देखभाल से आप अपने घर की बालकनी या छत पर ही ताज़े और रसायन-मुक्त टमाटर उगा सकते हैं। गमले में टमाटर उगाना न सिर्फ आसान है, बल्कि यह सेहत और बजट दोनों के लिए फायदेमंद साबित होता है।
खास बात यह है कि टमाटर का पौधा ज़्यादा जगह नहीं मांगता और सीमित संसाधनों में भी अच्छी पैदावार देता है। अगर सही मिट्टी, धूप और पानी का ध्यान रखा जाए, तो एक ही पौधा आपको कई हफ्तों तक ताज़े टमाटर दे सकता है।
गमले में टमाटर उगाने और देखभाल का तरीका
सही गमले का करें चयन: टमाटर उगाने के लिए कम से कम 10-12 इंच गहरा और चौड़ा गमला चुनें। गमले में नीचे जल निकासी के लिए छेद होना ज़रूरी है, ताकि पानी जमा न हो और जड़ें खराब न हों।
उपजाऊ मिट्टी है सबसे ज़रूरी: गमले की मिट्टी हल्की और पोषक तत्वों से भरपूर होनी चाहिए। इसके लिए बगीचे की मिट्टी, गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट और थोड़ी-सी रेत मिलाएं। इससे मिट्टी में हवा का संचार अच्छा रहेगा और पौधा तेजी से बढ़ेगा।
बीज या पौधे कैसे लगाएं: आप चाहें तो नर्सरी से टमाटर का छोटा पौधा लाकर गमले में लगा सकते हैं या फिर सीधे बीज बो सकते हैं। बीज बोते समय उन्हें बहुत गहराई में न डालें और हल्की मिट्टी से ढक दें। 7-10 दिनों में अंकुर निकलने लगते हैं।
धूप और पानी का रखें संतुलन: टमाटर के पौधे को रोज़ाना कम से कम 5-6 घंटे की सीधी धूप चाहिए। पानी हमेशा जरूरत के अनुसार दें। मिट्टी बहुत ज़्यादा सूखी या गीली न हो, इसका ध्यान रखें। गर्मियों में सुबह या शाम पानी देना बेहतर रहता है।
सहारा देना न भूलें: जैसे-जैसे पौधा बढ़ता है, उसे सहारे की जरूरत होती है। इसके लिए लकड़ी की छड़ी या स्टिक का इस्तेमाल करें। इससे पौधा सीधा रहेगा और फल मिट्टी से नहीं लगेंगे।
खाद और देखभाल से बढ़ेगी पैदावार: हर 15-20 दिन में जैविक खाद डालें। कीटों से बचाव के लिए नीम का तेल या घरेलू जैविक स्प्रे का उपयोग करें। सूखी या पीली पत्तियों को समय-समय पर हटाते रहें।
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लेखक: (कीर्ति)
