Strawberry Plantation: घर पर भी उगा सकते हैं रसीली स्ट्रॉबेरी, बस करना होगा यह काम, मिलेंगे ताजे फ्रूट

घर में स्ट्रॉबेरी उगाने के आसान टिप्स।
Strawberry Plantation: स्ट्रॉबेरी एक ऐसी फल है जो न केवल स्वाद में लाजवाब होती है बल्कि देखने में भी बेहद आकर्षक लगती है। बाजार में यह अक्सर महंगी मिलती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसे आप घर पर भी आसानी से उगा सकते हैं? जी हां, बालकनी, टैरेस या छोटे गार्डन में स्ट्रॉबेरी के पौधे लगाकर आप सीजन के दौरान रोज ताजे और केमिकल-फ्री फल का मज़ा ले सकते हैं।
घर पर स्ट्रॉबेरी उगाना न सिर्फ एक मजेदार एक्सपेरिमेंट है, बल्कि यह आपके घर के माहौल को भी नेचुरल फ्रेशनस से भर देता है। ठंड का मौसम शुरू होते ही स्ट्रॉबेरी के पौधे लगाने का सही समय होता है। आइए जानते हैं स्ट्रॉबेरी को उगाने का आसान तरीका।
घर पर स्ट्रॉबेरी उगाने का तरीका
सही मिट्टी और गमला चुनें: स्ट्रॉबेरी के लिए ऐसी मिट्टी चाहिए जो हल्की, जैविक और पानी निकालने योग्य हो। इसके लिए आप 50% गार्डन सॉयल, 30% गोबर की खाद और 20% रेत या कोकोपीट का मिश्रण बना सकते हैं। 8-10 इंच गहरे गमले या ग्रो बैग स्ट्रॉबेरी के पौधों के लिए परफेक्ट रहते हैं।
सही समय पर पौधारोपण करें: स्ट्रॉबेरी ठंडे और नमी वाले मौसम में अच्छी तरह बढ़ती है। अक्टूबर से दिसंबर के बीच पौधारोपण का सही समय होता है। अगर आप गर्म जगह पर रहते हैं तो पौधों को सुबह या शाम की धूप में रखें, दोपहर की तेज धूप से बचाएं।
पौधे या बीज लगाएं: आप नर्सरी से स्ट्रॉबेरी के पौधे खरीद सकते हैं या बीज से शुरुआत कर सकते हैं। पौधों को मिट्टी में 8-10 सेमी की दूरी पर लगाएं। ध्यान रखें कि जड़ों को पूरी तरह मिट्टी में दबाएं लेकिन पत्ते बाहर रहें।
नियमित सिंचाई करें: स्ट्रॉबेरी के पौधों को नमी बहुत पसंद होती है, लेकिन ओवरवाटरिंग नुकसान कर सकती है। इसलिए हर दूसरे दिन हल्का पानी दें ताकि मिट्टी नम बनी रहे। गमले के नीचे ड्रेनेज होल जरूर रखें ताकि अतिरिक्त पानी निकल सके।
धूप और देखभाल पर ध्यान दें: पौधों को रोजाना 4-5 घंटे की धूप मिलनी जरूरी है। हर 15 दिन में जैविक खाद या वर्मी-कम्पोस्ट डालें। जैसे-जैसे पौधे फूल और फल देने लगें, सूखे पत्तों को हटा दें ताकि फल जल्दी और स्वस्थ रूप से विकसित हो सकें।
फसल तैयार होने का समय: स्ट्रॉबेरी के पौधे लगाने के लगभग 60-70 दिन बाद फल आने लगते हैं। जब फल का रंग गहरा लाल हो जाए तो समझिए यह तोड़ने के लिए तैयार है। सुबह के समय तोड़ी गई स्ट्रॉबेरी ज्यादा ताजी और मीठी रहती है।
अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी हो, तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूलें और हर अपडेट के लिए जुड़े रहिए [haribhoomi.com] के साथ।
