Saunf Plantation: बाजार से सौंफ खरीदने का झंझट खत्म! घर में पौधा उगाने के ट्रिक्स करेंगे कमाल

गमले में सौंफ का पौधा उगाने का तरीका।
Saunf Plantation: सौंफ का इस्तेमाल लगभग हर भारतीय घर में किया जाता है। सब्जी का स्वाद बढ़ाना हो या फिर खाने के बाद मुखशुद्धि की जरूरत हो, सौंफ का उपयोग किया जाता है। ज्यादातर लोग सौंफ को मार्केट से खरीदकर लाते हैं, लेकिन आप चाहें तो सौंफ को आसानी से घर में भी उगा सकते हैं।
सौंफ का पौधा लगाने के बाद बस थोड़ी सी देखभाल से ही आपके घर में ढेर सारा सौंफ का मसाला मिलने लगेगा। आइए जानते हैं सौंफ का पौधा लगाने और देखभाल के जरूरी टिप्स।
सौंफ का पौधा लगाने के लिए सामग्री और तैयारी
गमला (कम से कम 10-12 इंच गहरा रहे)
मिट्टी, खाद और रेत का मिश्रण (2:1:1 अनुपात में)
सौंफ के बीज
पानी
स्प्रे बोतल
मिट्टी तैयार करें - सौंफ के पौधे के लिए सही तरीके से मिट्टी तैयार करना जरूरी है। इसके लिए गमले में हल्की और पानी निकासी वाली मिट्टी उपयोग करें। मिट्टी, गोबर से बनी खाद और रेत को मिलाकर भरें, ताकि पौधे को पर्याप्त पोषण और हवा मिल सके।
बीज बोना - सौंफ के बीजों की बोवनी से पहले रातभर इन्हें पानी में भिगो दें। इससे अंकुरण जल्दी होगा। गमले की मिट्टी में 1-1.5 सेंटीमीटर गहराई पर बीज बोएं और हल्के हाथ से मिट्टी से ढक दें।
पानी देना - बीज बोने के बाद मिट्टी को हल्का गीला रखने के लिए स्प्रे बोतल से पानी दें। ध्यान रखें कि मिट्टी ज्यादा गीली न हो, वरना बीज सड़ सकते हैं।
धूप और तापमान - सौंफ के पौधे की ग्रोथ अच्छी हो इसीलिए रोजाना 5-6 घंटे की सीधी धूप मिलनी चाहिए। हल्का ठंडा और शुष्क मौसम इसके विकास के लिए सबसे अच्छा होता है।
पौधों की देखभाल - पौधे का अंकुरण होने के बाद नियमित पानी दें, लेकिन ओवरवॉटरिंग से बचें। हर 15 दिन में जैविक खाद डालें। अगर पत्तियों पर कीड़े लग जाएं तो नीम तेल का स्प्रे करें।
सौंफ लेने का समय - बीज बोने के लगभग 100 दिन बाद पौधे फूल देने लगते हैं और फिर बीज बनने लगते हैं। बीज सूखने पर इन्हें तोड़कर धूप में सुखाएं और स्टोर करें।
