Pomegranate Plantation: घर में अनार लगाना चाहते हैं? प्लांटेशन के बाद इस तरह देखभाल करें; तेजी से बढ़ेगा

घर में अनार का पौधा लगाने और देखभाल के टिप्स।
Pomegranate Plantation: घर के गमले या किचन गार्डन में अनार का पौधा लगाना आजकल काफी लोगों की पसंद बन रहा है। अनार न सिर्फ स्वादिष्ट फल है, बल्कि औषधीय गुणों से भी भरपूर माना जाता है। सही देखभाल मिलने पर यह पौधा कम जगह में भी अच्छी ग्रोथ करता है।
हालांकि, सिर्फ पौधा लगा देना ही काफी नहीं होता। प्लांटेशन के बाद मिट्टी, पानी, धूप और खाद का संतुलन बहुत जरूरी है। अगर शुरुआती दिनों में सही तरीके से देखभाल की जाए, तो अनार का पौधा तेजी से बढ़ता है और समय पर फल भी देने लगता है।
अनार के पौधे की सही देखभाल के 6 बड़े फायदे
पौधे की ग्रोथ होती है तेज: प्लांटेशन के बाद नियमित सिंचाई और सही धूप मिलने से अनार के पौधे की जड़ें मजबूत होती हैं। मजबूत जड़ें पौधे को तेजी से बढ़ने में मदद करती हैं। इससे पौधा कम समय में स्वस्थ आकार ले लेता है और नई टहनियां जल्दी निकलती हैं।
फल जल्दी और ज्यादा लगते हैं: सही देखभाल से अनार के पौधे में फूल समय पर आते हैं। पर्याप्त पोषण और पानी मिलने से फूल झड़ते नहीं हैं और फल बनने की संभावना बढ़ जाती है। इससे घर पर ही ज्यादा और बेहतर क्वालिटी के अनार मिलने लगते हैं।
बीमारियों का खतरा कम होता है: पौधे की नियमित जांच और सही देखभाल से फंगल इंफेक्शन और कीटों का खतरा कम हो जाता है। साफ मिट्टी, सही जल निकासी और समय-समय पर जैविक खाद डालने से पौधा लंबे समय तक स्वस्थ बना रहता है।
पौधा लंबे समय तक हरा-भरा रहता है: अगर अनार के पौधे को सही मात्रा में धूप और पोषक तत्व मिलते रहें, तो इसकी पत्तियां हरी और चमकदार बनी रहती हैं। इससे पौधा न सिर्फ सुंदर दिखता है, बल्कि उसकी फोटोसिंथेसिस प्रक्रिया भी बेहतर होती है।
गमले में भी अच्छी पैदावार: सही देखभाल से अनार का पौधा गमले में भी अच्छी तरह फल दे सकता है। नियमित छंटाई और संतुलित खाद से पौधा नियंत्रित आकार में रहता है और सीमित जगह में भी भरपूर उत्पादन देता है।
कम मेहनत में ज्यादा फायदा: एक बार पौधा सेट हो जाने के बाद अनार ज्यादा मांग नहीं करता। सीमित पानी, समय-समय पर खाद और हल्की छंटाई से ही अच्छा रिजल्ट मिलता है। इससे यह पौधा शहरी लोगों के लिए भी बेहद उपयोगी बन जाता है।
प्लांटेशन के बाद देखभाल के जरूरी टिप्स
- मिट्टी में जल निकासी अच्छी हो
- रोजाना 5-6 घंटे धूप जरूर मिले
- हफ्ते में 2-3 बार ही पानी दें
- महीने में एक बार गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट डालें
- सूखी और कमजोर टहनियों की छंटाई करते रहें
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