Peas Plantation: सर्दियों में घर पर उगाएं ताज़ी हरी मटर, बालकनी में भी कर सकते हैं प्लांटेशन

Peas Plantation: सर्दियों का मौसम आते ही सब्जियों के बाजार में सबसे पहले नजर आती है ताज़ी, हरी और मीठी मटर। ज्यादातर लोग मटर मार्कटे से खरीदते हैं, लेकिन आप चाहें तो इसे घर की बालकनी, छत या छोटे गमले में भी उगा सकते हैं। थोड़ी देखभाल और सही तरीके से प्लांटेशन पर 60 से 70 दिनों में आपको हरी-भरे मटर के दाने खाने को मिल सकते हैं।
मटर एक ठंडे मौसम की फसल है जो ज्यादा मेहनत नहीं मांगती। मिट्टी में नमी और हल्की धूप मिले तो यह तेजी से बढ़ती है। इसलिए जिन लोगों को गार्डनिंग का शौक है, उनके लिए मटर उगाना सबसे आसान और फायदेमंद विकल्प है।
घर में मटर कैसे उगाएं?
सही बीज का चयन करें: मटर के कई प्रकार के बीज बाजार में मिलते हैं। घरेलू खेती के लिए अर्ली ग्रीन, अर्का प्रगति या मधुकर जैसे हाइब्रिड बीज बेहतर माने जाते हैं। बीज खरीदते समय यह जरूर देखें कि वे रोग-प्रतिरोधक हों और पिछले सीजन के न हों।
मिट्टी की तैयारी करें: मटर के लिए दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। इसमें जैविक खाद जैसे गोबर की खाद या कम्पोस्ट अच्छी मात्रा में मिलाएं। मिट्टी को 2-3 दिन पहले धूप में सुखाकर तैयार करें ताकि उसमें मौजूद कीट नष्ट हो जाएं।
बीज बोने का तरीका: गमले या ग्रो बैग में 5 से 6 इंच की दूरी पर बीज बोएं। बीज को बहुत गहराई में न दबाएं, बस एक से डेढ़ इंच मिट्टी से ढक दें। फिर हल्का पानी छिड़क दें। बीज बोने के बाद 5-7 दिन में अंकुर निकलने लगते हैं।
सिंचाई और धूप: मटर को नियमित नमी चाहिए लेकिन पानी भराव से बचाएं। हर 2-3 दिन में हल्की सिंचाई करें। पौधे को रोजाना 4-5 घंटे की धूप जरूर मिलनी चाहिए।
सहारा और देखभाल: जब पौधे 6-8 इंच के हो जाएं, तो उन्हें पतली लकड़ी या बांस का सहारा दें ताकि वे गिरें नहीं। पत्तियों पर कीड़े दिखें तो नीम के तेल का स्प्रे करें।
फसल तैयार होने का समय: लगभग 60 से 70 दिनों में मटर की फलियां तोड़ने योग्य हो जाती हैं। जब फलियां हरी और मुलायम दिखें, तभी तोड़ें, इससे स्वाद मीठा रहेगा।
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