Black Pepper Plantation: गमले में उगाना चाहते हैं काली मिर्च? इस तरीके से करें प्लांटेशन, खूब होगी पैदावार

काली मिर्च का पौधा लगाने का तरीका।
Black Pepper Plantation: काली मिर्च न सिर्फ रसोई का अहम मसाला है, बल्कि इसे औषधीय गुणों का खजाना भी माना जाता है। यह पाचन को सुधारने, इम्यूनिटी बढ़ाने और सर्दी-जुकाम में राहत देने जैसे कई काम करती है। आमतौर पर लोग इसे बाजार से खरीदते हैं, लेकिन अगर आप चाहें तो इसे अपने घर में भी आसानी से उगा सकते हैं वो भी गमले में।
घर में काली मिर्च का पौधा लगाना एक दिलचस्प और फायदेमंद गार्डनिंग एक्टिविटी है। इसकी बेल को ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती और थोड़ी सी देखभाल में यह अच्छे से बढ़ती है। अगर आप भी ताजगी भरी, जैविक काली मिर्च पाना चाहते हैं, तो इसकी सही विधि और देखभाल जानना जरूरी है।
काली मिर्च का पौधा लगाने का तरीका
सही मौसम का चयन:
काली मिर्च गर्म और आर्द्र जलवायु पसंद करती है। इसे लगाने का सबसे अच्छा समय जून से अगस्त या फरवरी से मार्च के बीच होता है। मानसून के शुरुआती समय में लगाया गया पौधा बेहतर ग्रोथ करता है।
बीज या कटिंग से उगाना:
काली मिर्च के लिए आप पुराने पौधे की कटिंग या बीज का इस्तेमाल कर सकते हैं। बीज से पौधा उगने में ज्यादा समय लगता है, इसलिए स्टेम कटिंग से लगाना आसान और तेज तरीका है। कटिंग में कम से कम 4-5 गांठें होनी चाहिए।
गमले की तैयारी:
अगर आप इसे गमले में लगा रहे हैं तो 12 इंच या उससे बड़े साइज का गमला लें। गमले में नीचे छेद जरूर हो जिससे पानी निकल सके। मिट्टी में गोबर की खाद, रेत और जैविक खाद मिलाकर पोषक तत्वों से भरपूर मिक्स तैयार करें।
बेल चढ़ाने का सहारा दें:
काली मिर्च एक बेल वाली पौधा होती है, इसलिए इसे चढ़ने के लिए कोई लकड़ी, डंडा या दीवार का सहारा देना जरूरी होता है। इससे पौधा ऊपर की तरफ फैलता है और अच्छे फल भी देता है।
काली मिर्च पौधे की देखभाल के टिप्स
नियमित पानी देना:
गर्मी में हर रोज हल्का पानी दें, लेकिन पानी जमा न होने दें वरना जड़ें सड़ सकती हैं। सर्दियों में पानी कम कर दें।
धूप और छांव का संतुलन:
काली मिर्च को हल्की धूप और आंशिक छांव पसंद है। बहुत तेज धूप में पत्तियां जल सकती हैं और ज्यादा छांव में ग्रोथ रुक सकती है।
खाद डालना:
हर 20–25 दिन में एक बार गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट डालें। इससे पौधा मजबूत होता है और फलने की क्षमता बढ़ती है।
कीटों से बचाव:
अगर पत्तियों पर सफेद या काले कीड़े दिखें तो नीम ऑयल स्प्रे करें। यह जैविक तरीका है और पौधे को नुकसान नहीं पहुंचाता।
