Betel Plant Care: पान के पत्ते का है विशेष धार्मिक महत्व, गमले में इस तरीके से कर लें प्लांटेशन

गमले में पान की बेल उगाने का तरीका।
Betel Plant Care: भारतीय संस्कृति में पान के पत्ते का विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। हवन, शादी-विवाह हो या कोई मांगलिक कार्य सभी में पान के पत्ते का उपयोग होता है। इसके अलावा आयुर्वेद में भी पान के पत्ते को औषधीय गुणों से भरपूर बताया गया है। आप अगर गार्डनिंग में दिलचस्पी रखते हैं तो गमले में पान आसानी से प्लांट कर सकते हैं।
पान का पौधा देखने में सुंदर, हराभरा और बेल की तरह फैलने वाला होता है, जो घर की खूबसूरती भी बढ़ाता है। आइए जानते हैं घर पर गमले में पान का पौधा लगाने का सही तरीका क्या है।
पान का पौधा लगाने का तरीका
कटिंग से उगाएं पौधा
पान के पौधे को बीज से नहीं उगाया जाता, बल्कि इसे कटिंग से उगाया जाता है। इसे उगाने के लिए किसी हेल्दी पान की बेल की 5-6 इंच लंबी कटिंग लें। इसमें कम से कम दो से तीन गांठे होनी चाहिए।
गमले का चुनाव
पान की कटिंग लगाने के लिए एक मीडियम साइज का गमला लें जिसमें नीचे ड्रेनेज होल हो। गमले में साठ फीसदी बगीचे की मिट्टी, बीस फीसदी गोबर की खाद और बीस फीसदी ही रेत मिलाएं ताकि पानी अच्छी तरह निकल सके और जड़ें सड़ें नहीं।
कटिंग को लगाना
गमला तैयार हो जाने के बाद कटिंग लें और उसे गमले में दो से तीन इंच गहराई तक मिट्टी में लगाएं और उसे अच्छी तरह से दबाने के बाद हल्का पानी दें। ध्यान रखें कि नोड्स मिट्टी में जाएं, तभी नई जड़ें निकलेंगी।
सही जगह का चुनाव
पान का पौधा सीधी धूप में नहीं रखना चाहिए। इसीलिए घर में ऐसी जगह का चुनाव करें जहां पौधे पर सीधी और तेज धूप न पड़े। इसके लिए बालकनी, छायादार आंगन या खिड़की के स्थान हो सकते हैं। गमले की मिट्टी को हमेशा हल्की नम रखें, लेकिन पानी ज्यादा न दें।
खाद देना है जरूरी
आप चाहते हैं कि पान का पौधा तेजी से और सही ग्रोथ करे तो इसे समय-समय पर खाद देना जरूरी है। हर महीने गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट देने से पौधा तेजी से बढ़ता है और पत्ते मोटे और हरे रहते हैं।
(कीर्ति)
