Hibiscus Plant: गुड़हल के पौधे में नहीं आ रहे फूल? इन तरीकों से करें देखभाल, खिल उठेगा गार्डन

hibiscus plantation tips gudhal paudha
X

गुड़हल के पौधे की देखभाल के टिप्स।

Hibiscus Plant: गुड़हल का पौधा अपने खूबसूरत और औषधीय गुणों से भरपूर फूलों की वजह से अलग पहचान रखता है। जानते हैं इसकी देखभाल के लिए जरूरी टिप्स।

Hibiscus Plant: अगर आपके गुड़हल के पौधे में फूल नहीं आ रहे हैं, तो चिंता करने की जरूरत नहीं! थोड़ी सी सही देखभाल और समय पर की गई गाइडेंस से यह पौधा फिर से खिल उठेगा। कई बार गलत पानी देना, ज्यादा धूप या मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी के कारण गुड़हल फूल देना बंद कर देता है। लेकिन कुछ आसान घरेलू टिप्स से आप इसमें फिर से लाल, पीले और गुलाबी रंगों की बहार ला सकते हैं।

गुड़हल का पौधा न सिर्फ खूबसूरती बढ़ाता है बल्कि वास्तु के अनुसार यह पॉजिटिव एनर्जी भी लाता है। बस जरूरत है इसे सही ढंग से पोषण देने और सही वातावरण में रखने की। आइए जानते हैं वे जरूरी तरीके जिनसे आपका गुड़हल का पौधा दोबारा खिल उठेगा।

सही धूप और जगह का चयन करें

गुड़हल को रोजाना 5 से 6 घंटे की सीधी धूप की जरूरत होती है। अगर पौधा छांव में रखा है तो उसमें फूल आना रुक जाता है। इसे ऐसे स्थान पर रखें जहां सुबह की धूप मिले लेकिन दोपहर की तेज धूप से बचाया जा सके। पर्याप्त रोशनी मिलने पर पौधा जल्दी कलियां बनाना शुरू कर देता है।

मिट्टी का संतुलन रखें

गुड़हल के लिए मिट्टी न तो बहुत चिकनी होनी चाहिए और न ही बहुत रेतीली। इसमें कंपोस्ट या गोबर की खाद मिलाने से पौधे को पोषण मिलता है। हर 15 दिन में हल्का ढीला करने से मिट्टी में हवा का प्रवाह बना रहता है और जड़ें स्वस्थ रहती हैं। यह प्रक्रिया फूल आने की संभावना को कई गुना बढ़ा देती है।

पानी देने का सही तरीका अपनाएं

गुड़हल के पौधे को न बहुत ज्यादा और न बहुत कम पानी दें। गर्मियों में रोजाना हल्का पानी देना जरूरी है, जबकि सर्दियों में दो से तीन दिन के अंतराल पर पानी देना पर्याप्त होता है। ध्यान रखें कि गमले में पानी जमा न हो, वरना जड़ें सड़ सकती हैं।

ऑर्गेनिक खाद से पौधे को पोषण दें

फूलों की वृद्धि के लिए ऑर्गेनिक खाद बहुत जरूरी है। महीने में एक बार नीम खली, वर्मी कम्पोस्ट या केलों के छिलकों से बनी खाद डालें। इससे पौधे को फॉस्फोरस, पोटैशियम और नाइट्रोजन जैसे जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं, जो कलियों के बनने में मदद करते हैं।

नियमित छंटाई और सफाई करें

पुरानी और सूखी टहनियों को हर दो महीने में काट दें ताकि नई शाखाएं निकल सकें। यह पौधे की ग्रोथ को बढ़ाती है और फूल जल्दी खिलने लगते हैं। साथ ही पत्तियों पर जमा धूल को गीले कपड़े से साफ करते रहें, इससे पौधा बेहतर सांस लेता है और ज्यादा हेल्दी रहता है।

अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी हो, तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूलें और हर अपडेट के लिए जुड़े रहिए [haribhoomi.com] के साथ।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story