Sabudana Thalipeeth: साबूदाना थालीपीठ का स्वाद है अनूठा, व्रत की है परफेक्ट डिश, 10 मिनट में करें तैयार

Sabudana Thalipeeth: साबूदाना थालीपीठ काफी लोकप्रिय डिश है। हमारे यहां व्रत में साबूदाना का एक विशेष स्थान है। चाहे व्रत हो या त्योहार, साबूदाने से बने व्यंजन स्वादिष्ट होने के साथ-साथ ऊर्जा से भरपूर भी होते हैं। इन्हीं व्यंजनों में एक प्रसिद्ध और पारंपरिक डिश है साबूदाना थालीपीठ। यह एक प्रकार का चपटा पराठा होता है, जो साबूदाना, आलू और मूंगफली जैसी सामग्रियों से तैयार किया जाता है। महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और गुजरात में यह व्यंजन उपवास के दिनों में खासा लोकप्रिय है।
साबूदाना थालीपीठ न केवल पौष्टिक होता है, बल्कि इसकी बनावट और कुरकुरापन इसे बेहद स्वादिष्ट बनाते हैं। इसे दही, नारियल की चटनी या हरी चटनी के साथ परोसा जा सकता है। आइए जानें इसे बनाने की आसान और पारंपरिक विधि।
आवश्यक सामग्री
साबूदाना – 1 कप
उबले हुए आलू – 2 मध्यम आकार के
भुनी हुई मूंगफली – ½ कप (मोटे पिसे हुए)
हरी मिर्च – 1-2 (बारीक कटी हुई)
हरा धनिया – 2 बड़े चम्मच (बारीक कटा हुआ)
सेंधा नमक – स्वादानुसार
नींबू का रस – 1 छोटा चम्मच (वैकल्पिक)
घी या मूंगफली का तेल – सेंकने के लिए
थालीपीठ बनाने की तैयारी
साबूदाना भिगोना
साबूदाने को अच्छी तरह धोकर 5-6 घंटे या रात भर के लिए पानी में भिगो दें। ध्यान दें कि पानी की मात्रा केवल इतना हो कि साबूदाना फूल जाए और पानी बचा न रहे।
मिश्रण तैयार करना
भिगोए हुए साबूदाने में उबले और मसले हुए आलू, मूंगफली का पाउडर, हरी मिर्च, हरा धनिया, सेंधा नमक और नींबू का रस मिलाएं। सभी सामग्रियों को अच्छी तरह से मिक्स करें ताकि एक नरम सा आटा बन जाए। जरूरत लगे तो थोड़ा सा अरारोट या सिंघाड़ा आटा मिलाया जा सकता है।
थालीपीठ बनाना
आकार देना
एक प्लास्टिक शीट या केले का पत्ता लें, उस पर थोड़ा सा पानी लगाएं या तेल लगाएं। मिश्रण से एक लोई लेकर उसे हल्के हाथों से चपटा करते हुए थालीपीठ का आकार दें।
सेकना
तवा गरम करें और थोड़ा घी डालें। तैयार थालीपीठ को धीरे से तवे पर रखें। ढककर मध्यम आंच पर दोनों ओर से सुनहरा और कुरकुरा होने तक सेकें। हर तरफ से 2-3 मिनट का समय लग सकता है।
परोसने का तरीका
साबूदाना थालीपीठ को गरमा-गरम दही, हरी चटनी या नारियल की चटनी के साथ परोसें। यह व्रत में न केवल स्वादिष्ट बल्कि पेट भरने वाला और ऊर्जा देने वाला विकल्प है।
