Real of Fake Henna: नकली मेहंदी को तो नहीं समझ रहे असली? 5 तरीकों से दोनों के बीच का अंतर पहचानें

असली और नकली मेहंदी के बीच अंतर पहचानें।
Real of Fake Henna: त्योहारों, शादियों या खास मौकों पर हाथों में मेहंदी रचाने का चलन सदियों से रहा है। लेकिन आजकल बाजार में मिलने वाली नकली मेहंदी ने स्किन एलर्जी, जलन और रैशेज जैसी समस्याएं बढ़ा दी हैं। केमिकल वाली मेहंदी में अक्सर PPD (पैरा फिनाइलिन डायमीन) जैसे तत्व होते हैं, जो त्वचा के लिए बेहद नुकसानदायक हो सकते हैं।
ऐसे में जरूरी है कि आप असली और नकली मेहंदी की पहचान करना सीखें, ताकि आपकी त्वचा को कोई नुकसान न हो। असली मेहंदी जहां प्राकृतिक और सुरक्षित होती है, वहीं नकली मेहंदी रंग को जल्दी गहरा दिखाने के लिए केमिकल का सहारा लेती है।
असली मेहंदी की पहचान के टिप्स
रंग की पहचान
असली मेहंदी का रंग शुरू में हल्का नारंगी होता है, जो समय के साथ गहरा भूरा या लाल हो जाता है। जबकि नकली मेहंदी लगाते ही बहुत गहरा काला या गहरा ब्राउन रंग देती है। तुरंत गहरे रंग वाली मेहंदी से सावधान रहें क्योंकि इसमें केमिकल हो सकता है।
खुशबू से फर्क जानें
प्राकृतिक मेहंदी की खुशबू हल्की, मिट्टी जैसी और ताज़ा होती है। अगर मेहंदी से तेज़ या कृत्रिम परफ्यूम जैसी गंध आ रही हो, तो समझ लें कि उसमें केमिकल या फ्रेगरेंस मिलाया गया है। यह त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती है।
बनावट का अंतर
असली मेहंदी पेस्ट हल्की मोटी होती है और जल्दी सूखने में थोड़ा समय लेती है। नकली मेहंदी आमतौर पर बहुत स्मूद और पतली होती है, जो बहुत जल्दी सूख जाती है – यह एक संकेत है कि उसमें केमिकल मिलाया गया है।
स्किन पर जलन या खुजली
अगर मेहंदी लगाने के तुरंत बाद स्किन पर जलन, खुजली या गर्माहट महसूस हो, तो यह नकली मेहंदी का संकेत हो सकता है। असली मेहंदी त्वचा पर ठंडक देती है और ऐसा कोई रिएक्शन नहीं होता।
पैकिंग और ब्रांड पर ध्यान दें
ब्रांडेड और हर्बल मेहंदी पैकिंग पर "No PPD", "100% Natural" जैसे लेबल होते हैं। साथ ही मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपायरी डेट जरूर देखें। लोकल या बिना ब्रांड की मेहंदी से बचें जिनके लेबल अधूरे हों या संदिग्ध दिखें।
(कीर्ति)
