Desi Ghee: बाजार देसी घी मिलावटी तो नहीं? 5 आसान तरीकों से करें पहचान, मिनटों में जान जाएंगे हकीकत

desi ghee purity test
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देसी घी की शुद्धता की पहचान के तरीके।

Desi Ghee: देसी घी के नाम पर मार्केट में मिलावटी घी धड़ल्ले से बिक रहा है। आप कुछ आसान ट्रिक्स की मदद से इसकी शुद्धता पहचान सकते हैं।

Desi Ghee: भारतीय रसोई में देसी घी का खास स्थान है। यह न सिर्फ स्वाद और खुशबू बढ़ाता है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी होता है। देसी घी में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन A, D, E और K शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, हड्डियों को मजबूत करने और पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करते हैं।

लेकिन बाजार में देसी घी के नाम पर मिलावटी घी खूब बिक रहा है। इसमें वनस्पति घी, पाम ऑयल और कृत्रिम सुगंध मिलाकर बेच दिया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदेह है। ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि जो घी आप उपयोग कर रहे हैं, वह असली है या नहीं।

5 तरीकों से पहचानें घी की शुद्धता

गर्म करने का टेस्ट

थोड़ा सा घी एक चम्मच में लें और गैस पर गर्म करें। असली देसी घी गर्म करते ही तुरंत पिघलने लगता है और उसका रंग हल्का सुनहरा होता है। वहीं नकली घी या मिलावटी घी देर से पिघलता है और उसमें झाग बनने लगता है। अगर घी में जलन के समय जलन की गंध आए, तो वह शुद्ध नहीं है।

फ्रीज टेस्ट

थोड़ा सा घी एक कटोरी में लेकर फ्रीज में 1–2 घंटे के लिए रख दें। असली घी ठंडा होने पर एकसमान जम जाता है और उसका रंग हल्का क्रीमी या पीलापन लिए होता है। जबकि मिलावटी घी परतों में जमता है और उसमें अलग-अलग रंग की परतें देखी जा सकती हैं।

आयोडीन टेस्ट

यह टेस्ट करने के लिए आपको आयोडीन टिंचर की आवश्यकता होगी। घी में कुछ बूंदें आयोडीन टिंचर की डालें। अगर घी में स्टार्च मिलाया गया है, तो उसका रंग नीला हो जाएगा। असली देसी घी में यह परिवर्तन नहीं होता। यह एक सरल केमिकल टेस्ट है जो मिलावट पकड़ने में मदद करता है।

स्वाद और खुशबू से पहचान

असली देसी घी की खुशबू बेहद सोंधी और प्राकृतिक होती है। मुंह में डालते ही वह हल्के-हल्के घुलने लगता है और स्वाद में मिठास लिए होता है। नकली या मिलावटी घी में यह सोंधापन नहीं होता, उसकी खुशबू तेज या कृत्रिम लगती है और स्वाद में भी भारीपन आता है।

पेपर टेस्ट

एक सफेद कागज पर थोड़ा सा घी लगाकर उसे जलाएं। अगर कागज जलने पर गंध सोंधी आए और कोई काली परत न बने, तो घी शुद्ध है। वहीं मिलावटी घी जलने पर गंध तेज और अप्राकृतिक होगी, साथ ही कागज पर काली परत या तेल के दाग रह सकते हैं।

शुद्ध देसी घी सेहत का खजाना है, लेकिन मिलावटी घी नुकसानदायक हो सकता है। इन आसान और घरेलू तरीकों से आप असली और नकली घी में फर्क आसानी से पहचान सकते हैं। अगली बार घी खरीदते वक्त सतर्क रहें और शुद्धता की जांच जरूर करें, ताकि आप और आपके परिवार की सेहत बनी रहे।

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