Turmeric Plantation: गमले में भी उगा सकते हैं हल्दी! इस तरीके से देखभाल से तेज़ होगी ग्रोथ

घर में अदरक उगाने का तरीका।
Turmeric Plantation: हल्दी सिर्फ मसाला नहीं, बल्कि भारतीय रसोई का वह खजाना है जो सेहत, स्वाद को दुरुस्त रखने में मददगार है। यही वजह है कि कई लोग अब इसे बाजार से खरीदने के बजाय घर पर उगाना पसंद कर रहे हैं। घर की हल्दी पूरी तरह ऑर्गेनिक होती है, इसमें किसी केमिकल का इस्तेमाल नहीं होता और इसकी सुगंध और रंग बाजार वाली हल्दी से कहीं ज्यादा गहरा और शुद्ध होता है।
अगर आप थोड़ी सी जगह, थोड़ी मिट्टी और सही तरीका अपनाएं, तो बालकनी, छत या आंगन में आसानी से हल्दी उगा सकते हैं। चलिए जानते हैं घर में हल्दी उगाने का सबसे आसान देसी तरीका।
घर में हल्दी कैसे उगाएं?
कब लगाएं हल्दी के बीज?
हल्दी लगाने का सबसे अच्छा समय फरवरी-अप्रैल या बरसात की शुरुआत का होता है। इस समय मिट्टी का तापमान हल्का गर्म होता है और नमी संतुलित रहती है, जिससे हल्दी की कलियाँ जल्दी अंकुरित होती हैं। बहुत ठंड या बहुत गर्मी के मौसम में हल्दी लगाने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे विकास धीमा हो जाता है।
मिट्टी कैसी होनी चाहिए?
हल्दी को नरम, दोमट और थोड़ी नम मिट्टी सबसे ज्यादा पसंद है। घर में उगाते समय आप मिट्टी में 40% कंपोस्ट, 40% गार्डन सॉइल और 20% रेत मिला सकते हैं। इससे मिट्टी हल्की बनती है और जड़ों को फैलने में आसानी होती है। मिट्टी में नमी बनी रहनी चाहिए, लेकिन पानी जमा नहीं होना चाहिए।
हल्दी कैसे लगाएं?
हल्दी लगाने के लिए बाजार से ताजी मोटी हल्दी खरीदें जिसमें जड़ों पर छोटी-छोटी आँखें दिख रही हों। इन्हें 2-2 इंच के टुकड़ों में काटकर एक दिन छांव में सुखा लें। अब गमले या ग्रो बैग में 3-4 इंच मिट्टी डालें और हल्दी के टुकड़ों को आंख ऊपर की तरफ रखकर 2 इंच मिट्टी से ढक दें। इसके बाद हल्की सिंचाई कर दें।
देखभाल कैसे करें?
हल्दी को आंशिक धूप पसंद है, यानी 3-4 घंटे की हल्की धूप काफी रहती है। मिट्टी को हमेशा नम रखें लेकिन बहुत ज्यादा पानी न दें। हर 20-25 दिन में कंपोस्ट डालने से पौधा तेजी से बढ़ता है। जैसे-जैसे पत्ते घने होते जाएं, पौधे को थोड़ा-थोड़ा मिट्टी चढ़ाते रहें ताकि जड़ें मजबूत बनें।
कितने समय में मिलता है फल?
हल्दी की फसल लगभग 7–9 महीने में तैयार हो जाती है। जैसे ही पौधे की पत्तियां पीली पड़ने लगें और सूखने लगें, समझ लें कि हल्दी खुदाई के लिए तैयार है। पौधे के नीचे उगी ताजी हल्दी मोटी, चमकदार और बेहद सुगंधित होती है। एक बार हल्दी निकाल लेने के बाद इसका कुछ हिस्सा फिर से बीज की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है।
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लेखक: (कीर्ति)
