Tomato Plantation: विंटर में टमाटर उगाने का तरीका है आसान, गमले में इस तरह लगाकर करें देखभाल

tomato plantation in a pot at home
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घर में टमाटर उगाने के टिप्स।

Tomato Plantation: होम गार्डनिंग के शौकीन लोग टमाटर को घर में आसानी से प्लांट कर सकते हैं। जानते हैं इसे लगाने और देखभाल के टिप्स।

Tomato Plantation: सर्दियों का मौसम सब्जियां उगाने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है, खासकर टमाटर के लिए। ठंड में टमाटर का पौधा तेजी से बढ़ता है और कम पानी तथा कम देखभाल में भी भरपूर फल देता है। अगर आपके पास घर में थोड़ा सा स्पेस भी है बालकनी, छत या आंगन तो आप आसानी से गमले में टमाटर उगा सकते हैं।

टमाटर की खुशबू और ताजगी खुद घर में उगाने से जो मिलती है, वह मार्केट की तुलना में कहीं ज्यादा नेचुरल और स्वादिष्ट होती है। बस कुछ सही तरीके अपनाने होंगे और आपका गमला कुछ ही हफ्तों में हरे-भरे टमाटरों से भर जाएगा।

विंटर में टमाटर उगाने की आसान विधि

सही गमले का चुनाव करें: गमला कम से कम 12-14 इंच गहरा होना चाहिए। गहरा गमला जड़ों को फैलने की जगह देता है और पौधा मजबूत बनता है। गमले में नीचे ड्रेनेज होल जरूर हों ताकि पानी जमा न हो और जड़ें सड़ें नहीं।

मिट्टी को सही तरह तैयार करें: टमाटर की अच्छी ग्रोथ के लिए हल्की, नरम और पोषक मिट्टी जरूरी है। मिट्टी का मिश्रण इस तरह बनाएं। 50 प्रतिशत गार्डन सॉयल, 30 प्रतिशत गोबर की खाद या वर्मी कंपोस्ट और 20 प्रतिशत रेत/कोकोपीट।

बीज या पौधा कैसे लगाएं?

आप चाहे बीज से टमाटर उगाएं या नर्सरी से छोटा पौधा लाएं, दोनों आसान हैं। बीज को 1-2 सेमी गहराई में बोएं। मिट्टी हल्के हाथ से दबाएं ताकि बीज ढक जाए। अगर पौधा लगा रहे हैं तो जड़ों को सॉफ्टली गमले में सेट करें और मिट्टी से भर दें। बीज 6-8 दिनों में अंकुरित हो जाते हैं।

पानी देने का सही तरीका: सर्दियों में टमाटर के पौधे को रोज पानी देने की जरूरत नहीं होती। मिट्टी जब ऊपर से सूखी लगे तभी पानी दें। पत्तियों पर सीधे पानी न डालें, इससे फंगल इंफेक्शन हो सकता है। गमले की मिट्टी हमेशा हल्की नम रहे, पर गीली नहीं।

धूप का खास ध्यान रखें: टमाटर के पौधे को रोज 5-6 घंटे की धूप चाहिए। सर्दियों की धूप पौधे को गर्म रखती है और फल जल्दी निकलते हैं। अगर घर में कम धूप आती है, तो गमले को ऐसी जगह रखें जहां सुबह की धूप जरूर पड़ती हो।

पौधे को सहारा दें (स्टेकिंग): टमाटर की टहनियां पतली और कमजोर होती हैं। एक लकड़ी की स्टिक या पतली पाइप लगाकर पौधे को सहारा दें। इससे टमाटर जमीन से नहीं भिड़ते और पौधा टूटने से बचता है।

समय–समय पर खाद देते रहें: हर 15 दिन में एक मुट्ठी वर्मी कंपोस्ट या तरल खाद दें। खाद पौधे को ऊर्जा देती है और फलन बढ़ाती है।

कीटों से बचाव: यदि पत्तियां मुड़ने या छेद होने लगें तो नीम ऑयल का स्प्रे करें। यह बिल्कुल नेचुरल है और पौधे को नुकसान नहीं पहुंचाता।

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लेखक: (कीर्ति)

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