Surya Namaskar Benefits: मन की एकाग्रता बढ़ाता है सूर्य नमस्कार, सही अभ्यास से मिलेंगे 5 बड़े फायदे

सूर्य नमस्कार के अभ्यास का सही तरीका एवं फायदे।
Surya Namaskar Benefits: आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में सेहत का ख्याल रखना एक चुनौती बन गया है। ऐसे में यदि कोई एक व्यायाम शरीर, मन और आत्मा तीनों को संतुलित कर सके, तो वह है सूर्य नमस्कार। यह योग की 12 आसनों वाली एक श्रृंखला है, जिसे सूर्य को नमन करते हुए किया जाता है। यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि मानसिक शांति और ऊर्जा का भी स्रोत है।
सूर्य नमस्कार को सुबह के समय, खाली पेट और खुले वातावरण में करना सबसे अच्छा माना जाता है। नियमित रूप से इसका अभ्यास करने से पूरे शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है, मांसपेशियां मजबूत होती हैं और मानसिक एकाग्रता बढ़ती है। यहां हम आपको सूर्य नमस्कार करने का सही तरीका और इसके 5 मुख्य फायदों के बारे में बताएंगे, ताकि आप भी इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना सकें।
सूर्य नमस्कार करने का तरीका
प्रणामासन (Salutation Pose) – सीधे खड़े होकर हाथों को जोड़ें और गहरी सांस लें।
हस्त उत्तानासन (Raised Arms Pose) – हाथों को ऊपर की ओर उठाएं और पीछे की ओर थोड़ा झुकें।
पद हस्तासन (Standing Forward Bend) – झुककर दोनों हाथों से पैरों को छुएं।
अश्व संचालनासन (Equestrian Pose) – दाएं पैर को पीछे ले जाएं और गर्दन ऊपर करें।
दंडासन (Stick Pose) – दोनों पैरों को पीछे ले जाकर शरीर को सीधा रखें।
अष्टांग नमस्कार (Eight Limbed Pose) – शरीर के आठ भागों को ज़मीन पर टिकाएं।
भुजंगासन (Cobra Pose) – ऊपर की ओर देखते हुए शरीर को उठाएं।
पर्वतासन (Mountain Pose) – शरीर को उल्टे ‘V’ आकार में उठाएं।
अश्व संचालनासन – इस बार बाएं पैर को पीछे से लाकर सामने लाएं।
पद हस्तासन – फिर से झुककर पैरों को छुएं।
हस्त उत्तानासन – फिर से ऊपर की ओर झुकें।
प्रणामासन – हाथ जोड़कर खड़े हो जाएं।
सूर्य नमस्कार के 5 फायदे
वज़न घटाने में मददगार
सूर्य नमस्कार शरीर के लगभग हर हिस्से पर असर डालता है। इससे कैलोरी तेजी से बर्न होती है और मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है। रोजाना 12 राउंड सूर्य नमस्कार करने से वजन कम करने में मदद मिलती है, खासकर पेट और कमर के हिस्से की चर्बी को घटाने में।
मन की एकाग्रता बढ़ाए
इस अभ्यास के दौरान सांस और शरीर की गति पर ध्यान केंद्रित करना होता है। इससे मन शांत होता है और फोकस बढ़ता है। छात्र, प्रोफेशनल्स या कोई भी व्यक्ति जो मानसिक तनाव से गुजर रहा है, उसे नियमित रूप से सूर्य नमस्कार करना चाहिए।
इम्यूनिटी मजबूत बनाता है
सूर्य नमस्कार के दौरान शरीर में रक्तसंचार बेहतर होता है, जिससे ऑक्सीजन हर अंग तक ठीक से पहुंचती है। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) बढ़ती है और संक्रमणों से लड़ने की ताकत मिलती है।
पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है
इस अभ्यास से पेट की मांसपेशियों की मालिश होती है, जिससे पाचन क्रिया सुधरती है। गैस, अपच या कब्ज जैसी समस्याएं धीरे-धीरे दूर होने लगती हैं। खासतौर पर सुबह के समय इसका अभ्यास करना बेहद फायदेमंद होता है।
तनाव और चिंता में राहत
सूर्य नमस्कार में गहरी सांसें ली जाती हैं और शरीर में लचीलापन आता है, जिससे नर्वस सिस्टम शांत होता है। यह तनाव और चिंता को कम करने में सहायक है और एक पॉजिटिव ऊर्जा का संचार करता है।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)