Natural Shampoo: 5 चीजों से मामूली खर्च में तैयार कर लें शैंपू, बाल बनेंगे हेल्दी और शाइनी

घर की चीजों से शैंपू कर लें तैयार।
Natural Shampoo: महंगे शैंपू और केमिकल-भरे प्रोडक्ट्स से परेशान हैं? बालों का झड़ना, रूखापन और बेजान लुक आजकल आम समस्या बन चुका है। ऐसे में लोग नेचुरल और सस्ते विकल्प की तलाश कर रहे हैं, जो बालों को नुकसान पहुंचाए बिना साफ और पोषित कर सके। ऐसे में घर पर ही नेचुरल शैंपू तैयार कर लेना एक बेहतरीन विकल्प रहेगा।
अच्छी खबर यह है कि आपकी रसोई में मौजूद सिर्फ 5 चीजों से घर पर ही नेचुरल शैंपू तैयार किया जा सकता है। यह शैंपू न केवल जेब पर हल्का है, बल्कि बालों को हेल्दी, शाइनी और मजबूत बनाने में भी मदद करता है।
घर पर शैंपू बनाने के लिए जरूरी 5 चीजें
रीठा: रीठा प्राकृतिक क्लींजर है। इसमें मौजूद सैपोनिन बालों से गंदगी और अतिरिक्त ऑयल हटाता है, बिना स्कैल्प को नुकसान पहुंचाए। यह बालों को सॉफ्ट और चमकदार बनाता है।
शिकाकाई: शिकाकाई बालों की जड़ों को मजबूत करती है और हेयर फॉल कम करने में मदद करती है। यह स्कैल्प का पीएच बैलेंस बनाए रखती है और डैंड्रफ की समस्या से भी राहत दिलाती है।
आंवला: आंवला बालों के लिए सुपरफूड माना जाता है। इसमें मौजूद विटामिन C बालों की ग्रोथ बढ़ाता है, समय से पहले सफेद होने से बचाता है और नेचुरल शाइन देता है।
मेथी दाना: मेथी दाने में प्रोटीन और निकोटिनिक एसिड होता है, जो बालों को टूटने से बचाता है। यह स्कैल्प को मॉइश्चर देता है और बालों को स्मूद बनाता है।
एलोवेरा जेल: एलोवेरा स्कैल्प को ठंडक देता है और खुजली व रूखापन कम करता है। यह बालों को डीप कंडीशनिंग देकर उन्हें मुलायम और चमकदार बनाता है।
घर पर नेचुरल शैंपू बनाने की विधि
2 चम्मच रीठा, 2 चम्मच शिकाकाई, 1 चम्मच आंवला और 1 चम्मच मेथी दाना रातभर पानी में भिगो दें। सुबह इस मिश्रण को 10-15 मिनट तक उबालें। ठंडा होने पर छान लें और इसमें 2 चम्मच एलोवेरा जेल मिलाएं। तैयार शैंपू को कांच की बोतल में भरकर फ्रिज में रखें।
कैसे करें इस्तेमाल?
इस शैंपू को गीले बालों पर लगाकर हल्के हाथों से मसाज करें। 2-3 मिनट बाद पानी से धो लें। हफ्ते में 2 बार इस्तेमाल करने से बेहतर परिणाम मिलते हैं।
क्यों है यह शैंपू फायदेमंद?
यह शैंपू पूरी तरह केमिकल-फ्री है, जिससे स्कैल्प को कोई नुकसान नहीं होता। नियमित इस्तेमाल से बाल मजबूत, घने और शाइनी बनते हैं। साथ ही, यह बच्चों और सेंसिटिव स्कैल्प वालों के लिए भी सुरक्षित है।
(Disc।aimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी डॉक्टर/विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें।)
अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी हो, तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूलें और हर अपडेट के लिए जुड़े रहिए [haribhoomi.com] के साथ।
(लेखक:कीर्ति)
