Copper water side effects: ताबें के बर्तन में पानी पीते समय भूलकर भी न करें ये तीन गलतियां, नहीं तो बन सकता है ज़हर

Copper water side effects: आजकल हेल्थ अवेयरनेस इतनी बढ़ गई है कि लोग दादी-नानी के नुस्खों की तरफ दोबारा लौटने लगे हैं। उन्हीं में से एक है तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी पीना। आयुर्वेद भी मानता है कि सुबह खाली पेट तांबे का पानी पीने से पाचन तंत्र मजबूत होता है, इम्युनिटी बूस्ट होती है और स्किन भी निखरती है। लेकिन वहीं अगर इसे गलत तरीके से पिया जाए, तो यही हेल्दी ड्रिंक आपके लिए धीमा ज़हर बन सकता है। आइए जानते हैं वे 3 बड़ी गलतियां जो आपको नहीं करनी चाहिए अगर आप तांबे के बर्तन का पानी पीते हैं।

1. तांबे के बर्तन को ठीक से साफ न करना
बहुत से लोग तांबे के बर्तन को सिर्फ पानी से धोकर फिर से इस्तेमाल कर लेते हैं। दरअसल, तांबा हवा और पानी के संपर्क में आने से ऑक्सिडाइज हो जाता है, जिससे उसमें हरी परत या काली पपड़ी जम जाती है। अगर इसे ठीक से नहीं हटाया गया, तो ये परत टॉक्सिक यौगिकों में बदल सकती है। इसके लिए बर्तन को नींबू और नमक से साफ करें, इससे ऑक्सिडेशन भी हटेगा और बर्तन चमक उठेगा।
2. तांबे के बर्तन में एसिडिक या गर्म चीजें रखना
कई लोग तांबे के बर्तन में नींबू पानी, गर्म पानी या दही जैसी चीजें भी रख देते हैं। लेकिन एसिडिक फूड्स और गर्म चीज़ें तांबे के साथ रिएक्ट करके कॉपर टॉक्सिन्स छोड़ सकती हैं, जिससे पेट दर्द, उल्टी, लीवर डैमेज जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके लिए तांबे के बर्तन में सिर्फ ठंडा और सादा पानी रखें और वह भी सिर्फ 6 से 8 घंटे के लिए।
3. हर समय तांबे का पानी पीना
कुछ लोग तांबे का पानी पूरे दिन पीते रहते हैं सुबह, दोपहर, शाम। लेकिन कॉपर की भी एक डेली लिमिट होती है। ज्यादा मात्रा में यह शरीर में कॉपर टॉक्सिसिटी पैदा कर सकता है, जिससे थकान, सिर दर्द, उल्टी, और किडनी पर असर हो सकता है। इसलिए रोज सुबह खाली पेट 1 गिलास तांबे का पानी पीना काफी है। दिन में बार-बार इसे नहीं पीना चाहिए।
तांबे का पानी पीने के फायदे-
डाइजेशन सुधारता है
वजन घटाने में मदद करता है
स्किन को ग्लोइंग बनाता है
इम्युन सिस्टम को मजबूत करता है
जोड़ों के दर्द में राहत देता है
