Vegetable Buying: देसी समझकर हाइब्रिड सब्जियां तो नहीं खा रहे? इन तरीकों से पहचानें अंतर

how to identify difference between Desi and hybrid vegetables
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देसी और हाइब्रिड सब्जियों में अंतर।

Vegetable Buying: कई लोग देसी सब्जियां खाना पसंद करते हैं, लेकिन आजकल मार्केट में हाइब्रिड सब्जियां ज्यादा बिक रही हैं। इन तरीकों से आप दोनों में अंतर कर सकते हैं।

Vegetable Buying: बाजार में मिलने वाली सब्जियों में अब ये अंतर करना बेहद मुश्किल हो गया है कि कौन सी सब्जी देसी है और कौन सी हाइब्रिड। ज्यादातर लोग सब्जी का आकार और उसकी चमक देखकर इन्हें खरीद लेते हैं। बता दें कि हाइब्रिड सब्जियां देखने में भले ही शानदार लगें, लेकिन पोषक तत्वों के मामले में देसी के मुकाबले पीछे ही रहती हैं।

आप अगर देसी सब्जियों को खाना चाहते हैं तो कुछ आसान तरीकों से देसी और हाइब्रिड सब्जियों के बीच अंतर को पहचान सकते हैं। 5 छोटी टिप्स आपके इस काम को आसान बना देंगी।

देसी और हाइब्रिड सब्जियों का अंतर

आकार और रंग

देसी के मुकाबले हाइब्रिड सब्जियां आमतौर पर बड़ी, चमकदार और एक जैसी दिखती हैं। जैसे सभी टमाटर एक ही साइज के हों। वहीं देसी सब्जियों का आकार एक जैसा नहीं होता है। इसमें कुछ छोटी, कुछ बड़ी हो सकती हैं और रंग भी हल्का या थोड़ा फीका हो सकता है। देसी किस्में नेचर के मुताबिक बढ़ती हैं, न कि केमिकल्स के सहारे।

स्वाद और खुशबू

देसी सब्जियों का अपना अनूठा स्वाद होता है जो ज्यादा बेहतर होता है। जैसे देसी लौकी में हल्की मिठास, टमाटर में खट्टापन और हरी मिर्च में तेज़ी। वहीं हाइब्रिड सब्जियों का स्वाद अक्सर हल्का या बेस्वाद लगता है। पकने पर देसी सब्जियों से एक खास खुशबू आती है, जो हाइब्रिड में नहीं होती।

पकने का समय और बनावट

देसी सब्जियां पकने में थोड़ा ज्यादा वक्त लेती हैं क्योंकि वे रेशेदार और फाइबरयुक्त होती हैं। वहीं, हाइब्रिड सब्जियां जल्दी पकती हैं लेकिन अक्सर पकने के बाद भी उनमें स्वाद नहीं होता या वो पानी छोड़ देती हैं। देसी सब्जियां पकने पर भी अपना रूप और बनावट बनाए रखती हैं।

बीजों से अंतर पहचानें

देसी सब्जियों में बीज पूरी तरह से मौजूद होते हैं और अक्सर उन्हीं बीजों से नई फसल भी उगाई जा सकती है। हाइब्रिड सब्जियों में बीज या तो बहुत कम होते हैं या फिर उनमें से दोबारा फसल नहीं उगती। अगर सब्जी में मोटे ठोस बीज हैं, तो वह देसी होने की संभावना है।

जल्दी खराब होने से पहचान

हाइब्रिड के मुकाबले देसी सब्जियां जल्दी खराब होती हैं क्योंकि इनमें कोई प्रिज़र्वेटिव नहीं होता। हाइब्रिड सब्जियां कई दिन तक फ्रेश दिख सकती हैं क्योंकि उन्हें केमिकल्स या कोल्ड स्टोरेज से स्टोर किया जाता है।

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