Skin Care: 35 की उम्र के बाद दिखने लगी हैं चेहरे पर झाइयां? इन तरीकों से लौटाएं चेहरे का ग्लो

35 की उम्र के बाद स्किन केयर के तरीके।
Skin Care After 35: पैंतीस की उम्र के बाद चेहरे पर झाइयां दिखना आजकल बहुत आम हो गया है। हार्मोनल बदलाव, सन एक्सपोजर, स्ट्रेस, और बढ़ती उम्र ये सभी मिलकर स्किन पर डार्क स्पॉट्स बना देते हैं, जिससे न सिर्फ चेहरा फीका लगता है, बल्कि नेचुरल ग्लो भी कम हो जाता है। कई बार महिलाएं इसे मेकअप से छुपाने की कोशिश करती हैं, लेकिन यह समस्या अंदर से ठीक न होने पर बार-बार लौट आती है।
अच्छी बात यह है कि झाइयों को कम करना मुश्किल नहीं है, बस सही स्किनकेयर, लाइफस्टाइल और घरेलू उपायों को रूटीन में शामिल करना जरूरी है। कुछ नेचुरल इनग्रेडिएंट्स और आसान तकनीकें त्वचा की रंगत सुधारती हैं, पिगमेंटेशन को हल्का करती हैं और चेहरे को नई चमक देती हैं।
चेहरे की झांइयां दूर करने के घरेलू उपाय
सनस्क्रीन: झाइयों की रोकथाम का तरीका
झाइयों का सबसे बड़ा कारण सूरज की यूवी किरणें होती हैं। इसलिए दिन में घर के अंदर हों या बाहर, SPF 30+ सनस्क्रीन जरूर लगाएं। इसे हर 3 घंटे में री-अप्लाई करने से पिगमेंटेशन को और बढ़ने से रोका जा सकता है।
विटामिन C सीरम देगा स्किन को ब्राइटनेस
विटामिन C पिगमेंटेशन का सबसे प्रभावी उपचार माना जाता है। यह स्किन को ब्राइट करता है, डार्क स्पॉट्स कम करता है और स्किन टोन को एक जैसा बनाता है। सुबह चेहरे को धोने के बाद विटामिन C सीरम लगाएं और उसके ऊपर सनस्क्रीन जरूर अप्लाई करें।
एलोवेरा और हल्दी का घरेलू पैक
एलोवेरा स्किन को शांत करता है और हल्दी मेलानिन प्रोडक्शन कम करती है। दोनों को मिलाकर 15 मिनट चेहरे पर लगाने से झाइयां हल्की होने लगती हैं। यह पैंतीस साल की स्किन के लिए सबसे सुरक्षित और असरदार घरेलू उपायों में से एक है।
नाइट रिपेयर रूटीन बनाएं
रात के समय स्किन खुद को रिपेयर करती है। इसीलिए सोने से पहले नाइट क्रीम, रेटिनॉल या अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड (AHA) वाले प्रोडक्ट्स उपयोग करें। ये त्वचा की ऊपरी लेयर को रिन्यू करते हैं और झाइयों को धीरे-धीरे कम करते हैं।
पानी, नींद और हेल्दी डाइट
झाइयां सिर्फ बाहरी समस्या नहीं होतीं। पर्याप्त पानी, फल-सब्जियां, बीज (chia/flax), और आठ घंटे की नींद स्किन को अंदर से हेल्दी बनाते हैं। जब शरीर हाइड्रेटेड और स्ट्रेस-फ्री होता है, तो झाइयां अपने आप हल्की होने लगती हैं।
लेज़र या केमिकल पील्स (ज़रूरत पड़ने पर)
अगर झाइयां बहुत गहरी हैं और घरेलू उपाय असर नहीं दिखा रहे, तो त्वचा विशेषज्ञ लेज़र, ग्लाइकोलिक पील या माइक्रोडर्माब्रेशन जैसे ट्रीटमेंट की सलाह देते हैं। ये सुरक्षित और तेज़ परिणाम देने वाले विकल्प हैं।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)
अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी हो, तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूलें और हर अपडेट के लिए जुड़े रहिए [haribhoomi.com] के साथ।
