Fitness: 46 की उम्र में फिट और हेल्दी रहने के लिए क्या करते हैं गौरव चोपड़ा, जानिए उनका फिटनेस मंत्रा

एक्टर गौरव चोपड़ा ने दिया अपना फिटनेस मंत्रा
Fitness Funda: इन दिनों मशहूर एक्टर गौरव चोपड़ा सोनी सब चैनल के शो ‘पुष्पा इंपॉसिबल’ में प्रोफेसर राजवीर शास्त्री के रोल में नजर आ रहे हैं। उनकी हेल्थ और फिटनेस लोगों को काफी इंप्रेस करती है। 46 की उम्र में उनकी एनर्जी किसी न्यूकमर एक्टर की तरह है। क्या है उनकी सेहत और फिटनेस का राज? एक्टर ने हरिभूमि से बातचीत में बताई अपनी हेल्दी लाइफस्टाइल की डीटेल और दिया फिटनेस मंत्रा।
'डेली करता हूं वर्कआउट...'
एक्टर ने अपनी हेल्दी लाइफस्टाइल की जानकारी देते हुए कहा- "जहां तक मेरे फिटनेस फंडे की बात है तो मैं इस बात पर विश्वास नहीं रखता कि रोजाना वर्कआउट करना जरूरी है। मेरा मानना है कि डेली एक्टिव रहना सबसे जरूरी है। मुझे लगता है कि लोग अकसर शब्दों और उनकी व्याख्या को लेकर भ्रमित हो जाते हैं। जैसे ही एक्सरसाइज शब्द सुनते हैं, उन्हें लगता है कि इसका मतलब है, जिम जाना, जबकि ऐसा जरूरी नहीं है। आप बस सीढ़ियां चढ़-उतर लें, या फिर छोटी दूरी के लिए गाड़ी निकालने की बजाय कुछ कदम पैदल चल लें। यह भी बहुत कारगर है।"

असली बात यह है कि आप चलते-फिरते रहें, अपने शरीर को मूवमेंट देते रहें। जब आप खा रहे हों, तो यह भी सुनिश्चित करें कि आप अपनी बॉडी मशीन का सही इस्तेमाल कर रहे हैं। मैं अकसर एक उदाहरण देता हूं कि जैसे अगर आप कार में बार-बार पेट्रोल भरते रहें लेकिन उसे चलाएं नहीं, तो उसका क्या फायदा? कार अच्छा माइलेज तभी देगी, जब आप उसे चलाएंगे, वो भी सही स्पीड पर। वैसे ही हमारा शरीर भी तभी स्वस्थ रह सकता है, जब हम उसे सक्रिय रूप से इस्तेमाल करें।
कैसा है गौरव चोपड़ा का वर्कआउट रूटीन?
मेरा वर्कआउट रूटीन पूरी तरह उस भूमिका पर निर्भर करता है, जिसे मैं किसी शो में निभा रहा होता हूं। जैसे कि फिलहाल मैं प्रोफेसर राजवीर शास्त्री की भूमिका निभा रहा हूं, तो उसके लिए बहुत ज्यादा मस्कुलर शरीर की जरूरत नहीं है। इस किरदार के लिए एक दुबला-पतला और सामान्य-सा शरीर चाहिए। इस समय मैं हफ्ते में तीन बार योग करता हूं और एक-दो बार जिम भी चला जाता हूं।
जानिए एक्टर का डाइट प्लान
मेरे पास कोई निश्चित डाइट प्लान नहीं है। सच कहूं तो मेरा कोई डाइट प्लान है ही नहीं। मैं एक पुरानी आदत पर चलता हूं, जिसे मैं सालों से अपनाता आ रहा हूं यानी मैं सब कुछ खाता हूं, लेकिन संतुलन के साथ। मैं न न्यूट्रिशन के मामले में और न ही स्वाद के मामले में किसी भी चीज की अति करता हूं। अगर कभी मीठा या डेजर्ट खाने का मन हो, तो खा लेता हूं, लेकिन फिर दो-तीन या चार दिन तक उसे नहीं खाता। इस तरह मुझे लगता है कि हर चीज का संतुलन बना रहता है, क्योंकि मेरा मानना है कि शरीर को हर तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है। मैं नहीं चाहता कि खुद को किसी भी चीज से पूरी तरह वंचित रखूं।

गौरव चोपड़ा ने फैंस को दिया खास मैसेज
एक्टर ने अपने फैंस से अपील की कि वे भी अपनी सेहत का ध्यान रखें और फिटनेस के लिए बिजनी शेड्यूल से समय निकालें। उन्होंने कहा- मैं फैंस से यह कहना चाहूंगा कि मैं फिटनेस के लिए जबरदस्ती समय निकालने की कोशिश नहीं करता। बल्कि मैं फिटनेस को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बना लेता हूं। कभी-कभी मैं शूट पर निकलने से पहले 50 पुश-अप्स कर लेता हूं, या फिर जब भी किसी नए सीन के लिए ड्रेस बदलता हूं, उस दौरान कर लेता हूं। ऐसे दिनों में जब मैं जिम नहीं जा पाता, तो हर बार ड्रेस बदलते समय 50 पुश-अप्स कर लेता हूं। अब अगर किसी दिन मुझे 4 या 5 बार ड्रेस बदलने हों, तो उतनी बार एक्सरसाइज भी हो जाती है। इस तरह से आप भी फिटनेस को अपनी डेली रूटीन में शामिल कर सकते हैं।
क्या है गौरव चोपड़ा का फिटनेस मंत्र?
उन्होंने कहा-"मेरा फिटनेस मंत्र बहुत ही सरल है, मैं सब कुछ खाता हूं, सक्रिय रहता हूं, यह सुनिश्चित करता हूं कि मुझे पर्याप्त और अच्छी नींद मिले। इसके अलावा जहां तक संभव हो, प्रोसेस्ड फूड्स से दूर रहता हूं। आप खाने के शौकीन हो सकते हैं और फिर भी फिट रह सकते हैं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप अपने शरीर रूपी इंजन को कितनी अच्छी तरह समझते हैं? उसमें कितना और कैसा ‘फ्यूल’ डालते हैं और कितना बर्न करते हैं? यह एक संतुलित तंत्र है, जिसे समझना ज़रूरी है। किसी भी चीज की अति न करें और खुद को किसी भी चीज से पूरी तरह वंचित भी न रखें। बैलेंस ही सबसे बेहतर और सबसे कारगर तरीका है।"

कौन है उनका फिटनेस आइडियल?
उन्होंने बताया कि उनका कोई निश्चित फिटनेस आइडियल नहीं है। ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है, जिसे देखकर मैं यह सोचूं कि, वाह! इसकी बॉडी कितनी शानदार है, मुझे भी ऐसा ही बनना है। मैं ऐसा नहीं सोचता। मेरे पास खुद का एक छोटा-सा तरीका है, जो मैंने सालों में विकसित किया है, जिसमें मुझे पता है कि क्या खाना है, कैसे खाना है और मैं उसी में सुधार करने की कोशिश करता रहता हूं। मेरे लिए वही काफी है।"
