Dalhousie Famous Places: डलहौजी में परिवार के साथ बिताएं गर्मी की छुट्टियां, 6 जगहें देंगी दिल को सुकून

डलहौजी में घूमने वाली 6 लोकप्रिय जगहें।
Dalhousie Famous Places: अगर पहाड़ों में सुकून को आवाज़ दी जाए, तो वह शायद डलहौजी की वादियों से गूंजे। ये शहर न तो शिमला जैसा भीड़भाड़ वाला है, न ही मनाली जैसा चहल-पहल भरा – डलहौजी एक शांत ठहराव है, जहां समय भी रुककर पहाड़ियों की चादर ओढ़ लेता है। यहां की हवा में इतिहास की खुशबू है और रास्तों में रोमांच की सरसराहट।डलहौजी की खासियत सिर्फ इसकी ऊँचाई नहीं, बल्कि वो गहराई है जो इसके हर मोड़ पर मिलती है चाहे वो खज्जियार की खुली ज़मीन हो या डैनकुंड पीक की सन्नाटे वाली चोटी।
डलहौजी हिल स्टेशन हर उस यात्री को अपनी ओर खींचता है जो पर्यटन में तस्वीरों से ज़्यादा कहानियों की तलाश करता है। आइए जानते हैं डलहौजी की 6 बेहतरीन जगहें जो आपकी ट्रिप को वाकई यादगार बना देंगी।
डलहौजी में घूमने वाली 6 जगहें
खज्जियार (Khajjiar):
खज्जियार को 'भारत का मिनी स्विट्ज़रलैंड' कहा जाता है। यह स्थल डलहौजी से लगभग 24 किलोमीटर दूर स्थित है और यहां की घास के मैदान, झील और देवदार के जंगल पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। खज्जियार झील के किनारे स्थित खज्जी नाग मंदिर 12वीं शताब्दी का है और यह नाग पूजा का प्रमुख केंद्र है।
डैनकुंड पीक (Dainkund Peak):
डैनकुंड पीक डलहौजी का सबसे ऊंचा बिंदु है, जिसे 'सिंगिंग हिल' भी कहा जाता है। यहां की ठंडी हवाओं के कारण एक संगीत जैसी ध्वनि सुनाई देती है। यह स्थल ट्रैकिंग के शौकिनों के लिए आदर्श है और यहां से खज्जियार झील और चंबा घाटी का दृश्य मनमोहक होता है।
पंचपुला (Panchpula):
पंचपुला डलहौजी का एक प्रमुख जलस्रोत है, जहां पांच धाराएं मिलकर एक मुख्य धारा बनाती हैं। यहां का सप्तधारा जलप्रपात और बर्मा ब्रिज पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हैं। यह स्थल ट्रैकिंग और साहसिक गतिविधियों के लिए उपयुक्त है।
सेंट फ्रांसिस कैथोलिक चर्च (St. Francis Catholic Church):
1894 में निर्मित यह चर्च डलहौजी की ऐतिहासिक धरोहर का हिस्सा है। इसकी यूरोपीय वास्तुकला और सुंदर कांच की खिड़कियां इसे दर्शनीय बनाती हैं। देवदार के वृक्षों से घिरा यह स्थल शांति और आध्यात्मिकता का प्रतीक है।
रंग महल (Rang Mahal):
रंग महल 18वीं शताब्दी में राजा उमेद सिंह द्वारा निर्मित एक भव्य महल है, जो ब्रिटिश और मुग़ल वास्तुकला का संगम है। महल के अंदर भगवान शिव की चित्रकला, प्राचीन सिक्के और शिलालेख देखे जा सकते हैं। यहां एक हस्तशिल्प दुकान भी है, जहां ऊनी शॉल और पारंपरिक चप्पलें मिलती हैं।
तिब्बती बाजार (Tibetan Market):
गांधी चौक के पास स्थित तिब्बती बाजार डलहौजी का प्रमुख शॉपिंग स्थल है। यहां ऊनी शॉल, कालीन, हस्तशिल्प और इलेक्ट्रॉनिक सामान मिलते हैं। यह बाजार स्थानीय संस्कृति और हस्तशिल्प का अद्भुत मिश्रण प्रस्तुत करता है।
डलहौजी की यात्रा न केवल प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने का अवसर प्रदान करती है, बल्कि यह ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर से भी अवगत कराती है। यहां के प्रमुख स्थलों की जानकारी आपको एक यादगार यात्रा अनुभव प्रदान करेगी। यदि आप शांति, साहसिकता और संस्कृति का संगम चाहते हैं, तो डलहौजी एक आदर्श स्थल है।