Water Purification: 5 देसी तरीकों से घर में पानी कर लें शुद्ध, नहीं पड़ेगी प्यूरीफायर खरीदने की ज़रूरत

Water Purification easy tips in hindi
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पानी शुद्ध करने के देसी तरीके।

Water Purification: बारिश के दिनों में शुद्ध पानी की जरूरत सबसे ज्यादा पड़ती है। ऐसे में आपके पास अगर वाटर प्यूरीफायर नहीं है तो कुछ देसी तरीके काफी कारगर हो सकते हैं।

Water Purification: बारिश के दिनों में शुद्ध पानी की सबसे ज्यादा दरकार होती है। कई बार नल में गंदा, मटमैला पानी आने लगता है। ऐसे में जरूरी है कि पानी को क्लीन करने के बाद ही पिया जाए। आपके पास अगर वाटर प्यूरीफायर नहीं है तो कुछ देसी तरीकों की मदद से आप पानी को शुद्ध करने के बात इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। पानी प्यूरिफिकेशन के देसी तरीके न सिर्फ सरल हैं बल्कि किफायती भी हैं।

भारत में सदियों से प्राकृतिक और पारंपरिक तरीकों से पानी को साफ और पीने योग्य बनाया जाता रहा है। इन देसी विधियों में ऐसे उपाय शामिल हैं जो रसायन-मुक्त हैं और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी भी हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही पाँच असरदार देसी तरीके जिनसे आप घर पर आसानी से पानी को शुद्ध बना सकते हैं।

1. तांबे के बर्तन में पानी रखना

तांबे के बर्तन में पानी रखने से उसमें मौजूद सूक्ष्म जीवाणु मर जाते हैं। तांबा एंटी-बैक्टीरियल होता है और पानी को शुद्ध करने में मदद करता है। रातभर पानी को तांबे के बर्तन में रखकर सुबह पीना बेहद फायदेमंद होता है। यह पेट के रोगों से बचाता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है।

2. सूरज की रोशनी से शुद्धिकरण (SODIS तकनीक)

इस विधि में साफ पारदर्शी बोतलों में पानी भरकर 6-8 घंटे तक सीधी धूप में रखा जाता है। सूरज की UV किरणें बैक्टीरिया और वायरस को खत्म कर देती हैं। यह तरीका ग्रामीण इलाकों में विशेष रूप से कारगर है। यह सस्ता, सरल और बिना किसी तकनीकी उपकरण के पानी को पीने योग्य बनाता है।

3. नीम की पत्तियों का उपयोग

नीम की पत्तियाँ प्राकृतिक कीटाणुनाशक होती हैं। कुछ नीम की ताज़ी पत्तियाँ पानी में डालकर कुछ घंटों के लिए छोड़ दें। इससे पानी में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं। यह तरीका विशेष रूप से मानसून के समय उपयोगी होता है जब जलजनित बीमारियाँ बढ़ जाती हैं।

4. मोरिंगा (सहजन) के बीजों का प्रयोग

सहजन के बीजों में पानी को साफ करने की अद्भुत क्षमता होती है। बीजों को पीसकर पानी में मिलाने से गंदगी नीचे बैठ जाती है और पानी स्पष्ट हो जाता है। यह एक प्राकृतिक कोगुलेंट की तरह काम करता है। खासकर कीचड़ वाले पानी को साफ करने के लिए यह उपाय बेहद उपयोगी है।

5. मिट्टी के घड़े का उपयोग

मिट्टी के घड़े न केवल पानी को ठंडा रखते हैं, बल्कि उसमें मौजूद छोटे छिद्रों के कारण पानी का प्राकृतिक फिल्ट्रेशन भी होता है। यह अशुद्धियों को छानकर पानी को ताजा और शुद्ध बनाए रखता है। मिट्टी के बर्तन में पानी रखने से उसमें किसी भी रासायनिक तत्व की आवश्यकता नहीं होती।

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