Foods For Eyes: दिन पर दिन कमज़ोर हो रही हैं आंखें? खाना शुरू करें 5 चीजें, महसूस करेंगे फर्क

Foods For Eyes: आजकल की डिजिटल लाइफस्टाइल में स्क्रीन टाइम लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसका सीधा असर हमारी आंखों की रोशनी पर पड़ता है। बच्चों से लेकर बड़ों तक, आंखों से जुड़ी समस्याएं आम होती जा रही हैं। ऐसे में केवल चश्मा लगाना या आई ड्रॉप्स लेना काफी नहीं है, बल्कि सही खानपान से भी आंखों की सेहत को बेहतर किया जा सकता है।
कुछ खास फूड्स ऐसे होते हैं जिनमें विटामिन A, सी, ई और एंटीऑक्सिडेंट्स भरपूर होते हैं जो आंखों की रोशनी को प्राकृतिक रूप से मजबूत करने में मदद करते हैं।
5 चीजों से बढ़ेगी आंखों की रोशनी
गाजर (Carrot)
गाजर आंखों के लिए सबसे लोकप्रिय फूड है क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में बीटा-कैरोटीन होता है, जो शरीर में विटामिन A में बदलता है। विटामिन A रेटिना को स्वस्थ रखने और नाइट विजन को बेहतर करने में सहायक होता है। रोजाना एक गाजर खाने से आंखों की रोशनी लंबे समय तक बनी रहती है।
पालक (Spinach)
पालक में ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन नामक एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं जो आंखों को धूप और स्क्रीन की हानिकारक किरणों से बचाते हैं। साथ ही इसमें विटामिन C और बीटा-कैरोटीन भी होता है, जो आंखों की कोशिकाओं को पोषण देता है। हफ्ते में 2-3 बार पालक खाना आंखों के लिए काफी लाभदायक है।
अखरोट (Walnuts)
अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो रेटिना की कार्यक्षमता को बनाए रखता है और आंखों में सूखापन दूर करता है। इसके अलावा इसमें विटामिन E और जिंक भी होता है, जो आंखों की मांसपेशियों को मज़बूती देता है। रोज़ाना 4-5 अखरोट खाने से आंखों को जरूरी पोषण मिलता है।
अंडा (Egg)
अंडे की जर्दी में ल्यूटिन, ज़ेक्सैंथिन और विटामिन A प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो मोतियाबिंद और उम्र से जुड़ी आंखों की समस्याओं से बचाते हैं। अंडे का नियमित सेवन आंखों को तेज और सुरक्षित रखता है। यह एक सस्ता और प्रभावी स्रोत है आंखों की संपूर्ण देखभाल के लिए।
संतरा (Orange)
संतरे में विटामिन C भरपूर होता है, जो आंखों की रक्त वाहिकाओं को मजबूत बनाता है और मोतियाबिंद की आशंका को कम करता है। यह एक बेहतरीन एंटीऑक्सिडेंट है जो आंखों की कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से बचाता है। रोज़ाना एक संतरा खाना आंखों की हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद है।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)
